अटल जी के जन्मदिन र हर वर्ष भी भांति आयोजित होने वाली गीत गंगा का शुभारंभ भाजपा क्षेत्रीय संगठन मंत्री भवानी सिंह, वनवासी कल्याण आश्रम के क्षेत्रीय संगठन मंत्री डालचंद्र शर्मा, धर्मजागरण गतिविधि से जुड़े प्रदीप कुमार, जाने-माने फिल्म निर्माता गुरू स्वरूप श्रीवास्तव, केंद्रीय हिन्दी संस्थान की कुलसचिव प्रो. वीना शर्मा जी ने संयुक्त रूप से किया। अपने संबोधन में डालचंद्र शर्मा ने कहा कि वह राष्ट्रवादी होने के नाते दृढ़ संकल्पी जरूर थे लेकिन उनके स्वभाव में काव्यबोध था। इसलिये वह व्यवहार में सरल और कोमल थे। उन्होंने कहा कि अटल जी ने एक पत्रकार की भूमिका का निर्वहन करते हुए कई पत्र-पत्रिकाओं का संपादन किया।
प्रदीप कुमार ने कहा कि अटल जी की राजनीतिक पारी तो जग-जाहिर है, परमाणु परीक्षण जैसे साहसिक फैसले लेकर अटलजी ने राष्ट्र की सेवा की। गुरु स्वरूवरूप ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है और अटल जी हमेशा सामाज को दिशा-देने का कार्य किया। कार्यक्रम में मातृमंडल सेवा भारती की क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख रीना सिंह ने एकल गीत प्रस्तुत किया। ज्योत्सना शर्मा ने काव्यपाठ किया। बाद में गजल गायक सुधीर नारायण जी व साथियों ने अटल जी की काव्य रचनाओं को संगीतबद्ध करते हुए मनोहारी प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में विधायक महेश गोयल, पूर्व महापौर अंजुला सिंह माहौर, संघ के सह विभाग प्रचारक गोविंद, विभाग संघचालक हरीशंकर शर्मा, संतोष कटारा, अशोक राणा, डॉ. रजनीश त्यागी, जीएस राना, रवि नारंग, हिमांशु सचदेवा, ओमप्रकाश गुप्ता, विनोद तिवारी, अखिलेश सिंह, प्रत्यूश तिवारी, शंभूनाथ चौबे, दीपू सेंगर, दीपक चतुर्वेदी, मोहित जैन, रोहित उपाध्याय, अभिषेक शर्मा आदि उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत शिक्षाविद् डॉ. संजीव यादव व आभार कार्यक्रम संयोजक एड. अशोक चौबे ने प्रकट किया।