जनकल्याणकारी समारोह आगरा के जीआईसी मैदान में मनाया जाएगा।
ग्यारह बजे से समारोह के कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। जनकल्याणकारी समारोह के लिए प्रत्येक विधानसभा के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंप दी गई हैं। जिलाअध्यक्ष भारतेंदु अरुण का कहना है कि जनकल्याणकारी समारोह के माध्यम से कार्यकर्ता गरीब व असहाय लोगों की सहायता करेंगे। जिलाध्यक्ष का कहना है कि भाजपा सरकार में समाज का सभी वर्ग परेशानी का सामना कर रहा है। सरकार की गलत नीतियों से देश बर्बादी की कगार पर पहुंच चुका है। दलितों व पिछड़ों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है। जनकल्याणकारी महोत्सव से परेशान गरीब दलितों की मदद के लिए संकल्प लिया जाएगा।
जीआईसी में दम दिखाएगा नीला खेमा
आगरा को दलितों की राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। दलितों की राजधानी में इस बार नीले खेमे को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। पिछले कुछ चुनावों में बहुजन समाज पार्टी को आगरा से मिली हार के कारण उसके कार्यकर्ताओं में मायूसी भी छाई हुई है। मायावती के जन्मदिन को जनकल्याण दिवस के रूप में मनाने के पीछे दलितों को एकजुट करना भी पार्टी का मकसद है। मायावती राज्यसभा सांसद के पद से इस्तीफा दे चुकी हैं। ऐसे में अब 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियों का रिहर्सल जनकल्याण दिवस के रूप में देखा जा सकता है। जीआईसी के मैदान में बसपा की पूर्व सांसद, एमएलसी, पूर्व विधायक सहित पार्टी के कई पदाधिकारी जुटेंगे।