बाल दिवस की पूर्व संध्या पर दिल्ली में आयोजित बाल मेले में आगरा की झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मॉडलिंग और डांस में जमकर तालियां बटोरी। वाइट शेडो ट्रस्ट दिल्ली द्वारा बाल मेला आयोजित किया गया था, जिसमें देश भर के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इसी में आगरा के पंचकुइयां के पास झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को महफूज संस्था के पश्चिमी उत्तर प्रदेश समन्वयक नरेश पारस अपने साथ लेकर गए थे।
शेर अली खान और दानिश ने दिल्ली बाल मेले में डांस और मॉडलिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। जिस पर बच्चों को ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। आगरा के समाजसेवी श्याम पेंगौरिया, धनवान गुप्ता आदि ने रेलवे स्टेशन राजा की मंडी पर बच्चों को फूलमालाएं पहनाकर बधाई दीं। दिल्ली बाल मेले में वाइट सेवा संस्था के निदेशक अनुपम आनंद झा, अध्यक्ष विकास गोस्वामी, परिधि आर्ट ग्रुप के निर्मल वैध और नमो गंगे ट्रस्ट के चेयरमैन विजय शर्मा ने बच्चों के प्रदर्शन की खूब प्रशंसा की और उनको सम्मानित किया ।
बच्चों ने बाल मेला के मंच पर अपने अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया कि यहां तक आने का सफर बहुत कांटो भरा था। वह पहले सड़कों पर भीख मांगा करते थे। कोई उन्हें अपने पास भी नहीं फटकने देता था। ऐसे में नरेश पारस एक मसीहा बनकर उनके पास आए। उन्होंने न केवल हमारा स्कूल में दाखिला कराया बल्कि हमारी हर छोटी बड़ी जरूरत का ख्याल रखा। पढ़ाई के साथ साथ हमारी अन्य प्रतिभाओं को भी निकालने का प्रयास किया अब हम अच्छे इंसान बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। यह कहते कहते उनकी आंखें नम हो गई।
दिल्ली की सामाजिक संस्थाओं ने नरेश पारस को भी सम्मानित किया। बच्चों को डांस और मॉडलिंग के गुर कपिल पंजाबी और रैपर्स डांस एकेडमी के देव कुमार ने सिखाए बच्चों को आगे भी अन्य मंचों पर उनकी प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए नरेश पारस प्रयास करते रहेंगे। उन्होंने बताया कि झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले गरीब बच्चे जिनको देखकर लोग नाक पर रूमाल रख लेते थे। ऐसे बच्चे देश की राजधानी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। यदि इस प्रकार अन्य भीख मांगने वाले या कचरा बीनने वाले बच्चों का सहयोग किया जाए, तो वह निश्चित ही अच्छे इंसान बन कर देश के विकास में जरुर सहयोग करेंगे बस बच्चों की के अंदर की प्रतिभा को पहचानने की आवश्यकता है।