उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी और नोडल डॉ. आर के अग्निहोत्री ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण माह को लेकर विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित करने के लिए बैठक की जा चुकी है। इसके अलावा अभियान के क्रियान्वयन को लेकर माइक्रोप्लान लगभग तैयार हो चुका है। अभियान को सफल बनाने के लिए 14 विभागों को जोड़ा गया है। जो विभाग इस अभियान में अपनी भूमिका निभायेंगे, उनमें नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांग कल्याण विभाग, समाज कल्याण विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सहित कई अन्य विभाग शामिल है। सभी विभागों को उनके कार्य और उत्तरदायित्वों के बारे में अवगत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि पहले यह अभियान 10 जून से चलना था।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आर के दीक्षित ने बताया कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जापानी इन्सेफलाईटिस, फाइलेरिया, कालाजार और एईएस पर नियंत्रण पाने के लिए जन जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। अभियान के दौरान लोगों को साफ सफाई, कचरा निस्तारण, जलभराव रोकने, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता आदि पर जागरूक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के दौरान गांवों में प्रधान को साथ में लेकर वेक्टर जनित बीमारियों के प्रति जागरुकता फैलाई जाएगी।