– अष्ट लक्ष्मी की पूजा रात 9 बजे से 10 बजे के बीच करें।
– इनकी पूजा हमेशा गुलाबी कपड़े पहनकर और गुलाबी आसन पर बैठकर ही करें।
– गुलाबी कपड़े पर श्री यंत्र और अष्ट लक्ष्मी की तस्वीर स्थापित करें।
– किसी भी थाली में गाय के घी के 8 दीप जलाएं।
– गुलाब के सुगंध की अगरबत्ती जलाएं और लाल फूल और लाल माला चढ़ाएं।
– मावे की बर्फी का भोग लगाएं।
– अष्ट गंध से श्री यंत्र और अष्ट लक्ष्मी पर तिलक लगाएं।
– कमल गट्टे की माला हाथ में लेकर ‘ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नम: स्वाहा’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
– जाप पूरा होने के बाद आठों दीप को घर के आठ दिशाओं में स्थापित कर दें।
– कमलगट्टे की माला को तिजोरी में रखें। यदि कमलगट्टे की माला नहीं है तो कमलगट्टे को हाथ में रख कर भी आप मंत्रों का जाप कर सकते हैं और उसे फिर तिजोरी में रख दें।
– इस उपाय से जीवन के आठों वर्ग में आपको सफलता प्राप्त होगी।