क्या है मामला
दरअसल चित्रकूट में तैनात जेई परमेश्वर गोराई के खिलाफ चीफ इंजीनियर से शिकायक की गई थी। शिकायत में आरोप था कि नलकूप कनेक्शन देने के लि जेई परमेश्वर गोराई द्वारा रिश्वत ली जा रही है। मामले में जांच के आदेश दिए गए। बांदा के चीफ इंजीनियर ने इस शिकायत की जांच के लिए अधिशाषी अभियंता अनिल पाठक की अध्यक्षता में समिति गठित की।
एमडी एफआईआर के आदेश समिति ने जांच में भ्रष्टाचार की शिकायतों को सही पाया। इसके बाद 16 नवंबर को अधीक्षण अभियंता जेपी नरायण सिंह ने जेई परमेश्वर गोराई के निलंबन का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद दक्षिणांचलल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एसके वर्मा ने आरोपी जेई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
भ्रष्टाचार नहीं बर्दाश्त प्रबंध निदेशक एसके वर्मा ने कहा है कि भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जेई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जनता से अगर विभाग का कोई कर्मचारी/अधिकारी रिश्वत मांगता है तो तुरंत शिकायत करें।