सुबीर दास, डॉ. पियूष सिंघल, भुवेश अग्रवाल, केशो मेहरा, संजय गर्ग, मनीष अग्रवाल, केसी जैन, दीपक अग्रवाल, राजेश वर्मा, जेएस फौजदार। उद्योग नहीं होंगे तो प्रगति कैसे होगी
कार्यशाला में ड्राफ्ट विजन हॉक्यूमेंट ऑफ टीटीजेड आगरा पर केसी जैन व उमेश शर्मा में व्याख्यान देते हुए कहा कि उद्योगों को बंद करने करने व उनका विस्तार पर रोक लगाने के बजाय सरकार को उन विंदुओं पर गौर करना चाहिए जो वास्तव में प्रदूषण का कारण हैं। ट्रैफिक और उखड़ी सड़के, विद्युत शवदाह गृह का प्रयोग, यमुना में पर्याप्त पानी जैसी समस्याएं खत्म हो जाएं तो काफी हद कर प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सकेगा। कचरे का जलाकर नष्ट किया जा रहा है। पूर्व विधायक केशो मेहरा ने बताया कि आगरा में प्रदूषण का मुख्य कारण पीएम 10 व पीएम 2.5 है। जिसका स्त्रोत उद्योग नहीं। यह बात नीरी की रिपोर्ट के साथ अन्य कई रिपोर्ट से स्पष्ट हो चुकी है। उद्योग नहीं लगेंगे तो देश की प्रगति कैसी होगी।
कार्यक्रम का शुभारम्भ डीवीवीएन के एमडी सुधीर कुमार वर्मा ने किया। इंजीनियर्स डे की बधाई देते हुए कहा कि कहा कि आज हमारे सामने पर्यावरण को स्वच्छ रखने के साथ हम खर्चे में अधिक ऊर्जा प्राप्त करने की चुनौती है। ऊर्जा के नए विकल्प तलाशे जा रहे हैं। किसी जमाने में 60 वॉट का बल्ब जितनी रोशनी देता था और वह 9 वॉट की एलईडी दे रही है। इं. जेएस फौजदार ने कहा कि ऊर्जा के वरण के लिए जरूरी है कि उसका क्षरण न होने दिया जाए। संचालन अजीत फौजदार व उमेश शर्मा ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डीवीवीएनएल के कमर्शियल निदेशक डीके सिंह, इसरे के अध्यक्ष अनिल गोयल, सुवीर दास, प्रदीप दुआ, पूर्व विधायक केशो मेहरा, भुवेश अग्रवाल, संजय गर्ग, दीपक अग्रवाल, सुमित विभव आदि मौजूद थे।