अधिशासी अभियंता जितेंद्र सिंह ने जेसीबी भेजकर कटी नहर को रोकने का कार्य किया है। बताते चलें कि भारतीय किसान यूनियन भानू ने 1 अक्टूबर को और 10 नवंबर को हाथरस नहर मे पानी को लेकर आगरा बरेली मार्ग को 40 घंटे के लिए ***** जाम कर दिया था। अधिकारियों द्वारा नहर मे पानी आने के आश्वासन पर ही जाम खोला गया था। अधिकारियों के बताए समयानुसार हाथरस से फिरोजाबाद नहर में पानी छोड़ दिया गया। विभाग की लापरवाही के कारण पूरी साफ सफाई न होने, नहर की पटरी टूटी पड़ी होने की पूरी रोकथाम ना करने से पहले ही नहर में अचानक पानी आने से सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई है, जिससे किसानों का लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। साथ ही विभाग की लापरवाही को लेकर किसानो में भारी आक्रोश व्याप्त है।