कार्यक्रम का शुभारम्भ सुरेश प्लाजा एमजी रोड स्थित ग्रामीण बैंक में मुख्य विकास अधिकारी ने मां सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप जलाकर किया। अतिथियों का स्वागत क्षेत्रीय प्रबंधक केबी कटियार ने किया। अग्रणी जिला प्रबंधक वीके सिंह ने कहा कि भारत की पहली ऐसी योजना है जिसमें ग्राहक को प्रीमियम नहीं देना। यह बहुत बड़ी व अच्छी पहल है। परियोजना निदेशक अवधेश कुमार वाजपेयी ने भी विचार व्यक्त किए।
ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक केबी कटियार ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बैंक द्वारा यह योजना पूरी तरह से बैंक के ऋण खाता धारकों के लिए कल्याणकारी उपाय के रूप में तैयार की गई है। इसके तहत व्यक्तिगत उधारकर्ताओं और बैंक क बीच सेवा के किसी भी अनुबंध या शर्तों के रूप में नहीं माना जाएगा। और कोई अधिकार या लाभ नहीं देती है। यह योजना अपने सभी ऋण खाता धारकों जिनकी उम्र 18 से 70 वर्ष है, के लिए है। इस योजना में कोई भी प्रीमियम देय नहीं होगी। किसी भी ऋण ग्राहक की दुर्घटना में मृत्यु होने या पूर्ण स्थायी विकलांगता होने पर 2 लाख रुपए की धनराशि का भुगतान किया जाएगा। उक्त बीमा राशि का ऋण खाते की अवशेष राशि से कोई सम्बंध नहीं होगा। यदि किसी ऋण ग्राहक का कोई एक हाथ, पैर या आंख दुर्घटना में खराब हो जाती है तो एक लाख रुपए की बीमा राशि सम्बंधित ऋण ग्राहक को प्रदान की जाएगी। सभी ऋण खाता धारकों के लिए वार्षिक प्रीमियम राशि का भुगतान, वहन बैंक द्वारा ही किया जाएगा। बैंक द्वारा बीमा सेवा प्रदान के लिए रेलीगेयर हेल्थ इन्श्योरेन्स कम्पनी को निविदा के माध्यम से स्कीम में शामिल किया गया है। शुरुआत में यह योजना एक वर्ष के लिए लागू की गई है, जिसे बाद में दो वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है। इस योजना को उधारकर्ताओं एवं उनके परिवार की वित्तीय क्षमता बढ़ाने के दृष्टिकोण से लागू किया जा रहा है।
संचालन परमानंद शर्मा व धन्यवाद ज्ञापन ऋषि कुमार शर्मा ने दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से वरिष्ठ प्रबंधक अरुण श्रीवास्तव, एससी दुबे, मणीकांत कुलश्रेष्ठ, प्रबंधक एसके गर्ग, विशाल सिंह, विशाल सेठी, तृप्ति चतुर्वेदी, श्रद्धा पांडे, अंकिता गुप्ता, शिवम अग्रवाल, संजय जिंदल आदि मौजूद थे।
इस योजना को आगरा, मथुरा, अलीगढ़, एटा, हाथरस, मैनपुरी, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद, कन्नौज, हरदोई, बाराबंकी, लखनऊ, कासगंज, फैजाबाद, उन्नाव जिलों के लिए लांच किया गया।