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आगरा

आत्म हत्या करना नपुंसकता, नहीं मिलती है मुक्ति: चिन्मयानंद बापू

श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन गोकर्ण धुंधकारी, कपित व ध्रुव चरित्र का मार्मिक वर्णन हुआ।

आगराJan 13, 2018 / 05:36 pm

धीरेंद्र यादव

Balak Dhruv story

Balak Dhruv story

आगरा। आज के युवाओं में धैर्य व सहन शक्ति नहीं है। परीक्षा में फेल क्या हुए, फांसी पे लटक जाते हैं। आत्म हत्या करना नपुंसकता व कायरता है। इससे आत्मा को मुक्ति नहीं मिलती है। ये संदेश दिया राष्ट्रीय संत बापू चिन्मयानन्द ने।
मानव जीवन बार बार नहीं मिलता
शनिवार शाम विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट की आगरा इकाई द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन शास्त्रीपुरम के बचत मैदान पर हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ दिखाई दी। बापू चिन्मयानन्द ने युवाओं को समझाया कि चींटी बार बार गिरती है, फिर भी चढ़ना नहीं छोड़ती। ऐसे ही जीवन में कोशिश करते रहो। जीवन से हार मत मानो। ये मानव जीवन बार बार नहीं मिलता है।
भजनों पर आनंदित हो उठे भक्त
गोकर्ण धुंधकारी, कपित व ध्रुव चरित्र का मार्मिक वर्णन कर चिन्मयानन्द बापू ने सबको भाव विभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था का मुरझाया हुआ फूल नहीं, परमात्मा को युवावस्था का खिला हुआ फूल चढ़ाओं। आओ नंदना, आओ मनमोहना और मेरे मोहन तेरा मुस्काराना, भजनों पर भक्त आनंद सागर में गोते लगाने लगे।
हजारों भक्तों ने की आरती
मैनेजिंग ट्रस्टी व अध्यक्ष मुरारी लाल गोयल पेंट, ट्रस्टी समुन गोयल, मुख्य यजमान अमरनाथ बंसल, संरक्षक भोलानाथ अग्रवाल, कोषाध्यक्ष केएम सिंघल, हरिओम गोयल, विजय वर्मा, रामकुमार अग्रवाल, दैनिक यजमान सौरभ अग्रवाल, पदमा अग्रवाल, शिवशंकर राजपूत, ओम प्रकाश, सूबेदार चरन सिंह व मनीष अग्रवाल के साथ हजारों भक्तों ने आरती उतारी। मीडिया प्रभारी कुमार ललित ने बताया कि चौथे दिन रविवार को दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक कृष्ण जन्म की कथा होगी।

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