मनोज कुमार को जान से मारने की नियत से उन पर गोली चलाई गई और दो बार और हमले हुए। मनोज कुमार ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि अब उनकी जान को खतरा बना हुआ है। किंतु शासन प्रशासन ने इस दिशा में कोई आवश्यक कार्रवाई नहीं की है। मनोज कुमार ने बताया कमलेश तिवारी की हत्या इस बात का द्योतक है। पूरे प्रदेश में जिहादी प्रवेश कर चुके हैं और उन पर भी कभी भी हमला हो सकता है। श्री राम मंदिर के संबंध में न्यायालय का फैसला सुरक्षित है। उस फैसले को देखते हुए उन्हें आशंका है कि निर्णय उनके विरूद्ध आएगा इसलिए प्रदेश की कानून व्यवस्था को संकट पैदा करने के लिए प्रारंभ हो गया है। इसलिए आवश्यक है कि हर सूरत में प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए। सख्त कार्रवाई कर कदम उठाए जाने अत्यंत आवश्यक हैं।
मनोज कुमार ने जिलाधिकारी से कहा कि यदि उनकी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई तो कभी भी कोई भी वारदात हो सकती है। अपनी हत्या पर आशंका व्यक्त करते हुए मनोज कुमार ने कहा के यह देखना शासन प्रशासन का काम है, किंतु वह अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं यह सत्य है।