आगरा से शुरू की यात्रा आगरा की इस बेटी ने महज तीन साल की उम्र में ही नृत्याचार्य बाबूलाल श्रीवास्तव के सानिध्य में कथक यात्रा शुरू कर दी थी। काजल ने फिर लखनऊ घराने के प्रसिद्ध लच्छू महाराज और बिरजू महाराज से भी नृत्य की बारीकियां सीखीं। ग्वालियर घराने के पंडित गोपाल लक्ष्मण गुने से गायन भी सीखा। उप्र संगीत नाटक अकादमी से संगीत कला रत्न पुरस्कार प्राप्त काजल शर्मा वर्तमान में मैनचेस्टर, इंग्लैंड में इस भारतीय नृत्य कला को प्रसारित कर रही हैं।
विदेशों में मिला सम्मान विदेशों में उन्होंने अब तक अमेरिका, जापान, ग्रीस, रूस, जर्मनी, सिंगापुर, ईराक, वेनेजुएला, लीबिया, बुल्गारिया, थाईलैंड, ताईवान, मलेशिया समेत तमाम देशों में नृत्य समारोहों का हिस्सा बनकर आगरा को गौरव प्रदान किया है। श्रीलंका, चीन, जापान, पाकिस्तान, इंडोनेशिया आदि देशों में उन्होंने छात्रों को नृत्य प्रशिक्षण भी दिया है। संगीत में उनके योगदान को लंदन में भी सम्मानित किया जा चुका है। शशायर स्टेट पुरस्कार उन्हें वहां की सरकार द्वारा प्रदान किया गया था। इतना ही नहीं आगरा की यह बेटी बॉलीवुड में भी अपनी पहचान रखती हैं। फिल्म ‘दो रास्ते’ के गीत ‘बिंदिया चमकेगी’ पर उन्होंने भारत वर्ष में 300 बार नृत्य किया है।
कथक की विशेषता उसकी शुद्धता है काजल शर्मा कहती हैं कि कथक की विशेषता उसकी शुद्धता है। यह भारतीय संस्कृति की शुद्धता का भी परिचायक है। आजकल जमाना कथक को भी मॉडर्न करके प्रस्तुत करता है, लेकिन वे स्वयं कथक को उसके वास्तविक स्वरूप में ही देखना और प्रसारित करना पसंद करती हैं।
किया सम्मान कथक को विश्वपटल पर सम्मान दिलाने वालीं काजल शर्मा केवल दो दिन के लिए आगरा आई हैं। लीडर्स आगरा हमेशा से ही आगरा को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाने वाले कलाकारों का अभिनंदन करता आया है। यह भी ऐसा ही एक मौका है जब काजल शर्मा को लीडर्स आगरा द्वारा सम्मानित किया जा रहा है।
इन्होंने किया सम्मानित सामाजिक संस्था लीडर्स आगरा और स्मृति की ओर से रेनबो हॉस्पिटल के स्व. प्रभा मल्होत्रा सभागार में कथक नृत्यांगना काजल शर्मा का अभिनंदन किया गया। लीडर्स आगरा के संरक्षक सुरेश चंद गर्ग, स्मृति संस्था के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा, लीडर्स आगरा के अध्यक्ष डॉ. पार्थसारथी शर्मा ने उनका शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। लीडर्स आगरा के महामंत्री और पूर्व पार्षद सुनील जैन और वंदना सिंह ने स्मृति चिह्न भेंट किया। वीरेंद्र सिंह मेड़तवाल, ओमप्रकाश मेड़तवाल, राकेश आहूजा, मनिंदर बिंद्रा, पिंकी सविता, राहुल जैन, अनुज जैन, एकता जैन, राधा शर्मा, रोबिन जैन, सर्वज्ञ शेखर गुप्ता, दीपक वर्मा और ऋतुराज दुबे ने इलायची की माला भेंट कर अभिनंदन किया।