आगरा जगनेर रोड पर थाना मलपुरा के गांव अजीजपुर के मजरा नगला बुद्धा निवासी दीपिका राठौर 15 वर्ष पुत्री स्व. विनोद राठौर धनौली में कक्षा आठ की छात्रा है। उसके घर के बाहर मंदिर बना हुआ है। शुक्रवार रात 12 बजे परिजनों ने उसे मंदिर का ताला लगाने के लिए भेजा था। आरोप है कि वहां पर पहले से मौजूद अनिल दिवाकर, बॉबी दिवाकर पुत्र भीकम सिंह, शान्ति पत्नी भीकम, अंशुल पुत्र रामकिशोर, भीकम सिंह निवासी भावना स्कूल कमाल खां शाहगंज ने उसे रूमाल सुंघाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद वे किशोरी को आॅटो में डालकर आगरा की तरफ ले गए। शोर सुनकर लडकी का ताड मनोज राठौर तथा मां पुष्पा राठौर बाहर आ गए। उन्होंने आॅटो का आगरा कैंट तक पीछा किया, लेकिन वे भाग गए। मनोज राठौर ने इसकी सूचना 100 नम्बर पर दी। अपहरण की सूचना से पुलिस महकमे में हडकंप मच गया। मौके पर पहुची पीआरवी लडकी के ताऊ को थाने गई। वहां पर मनोज ने थानाध्यक्ष मलपुरा को घटना से अवगत कराया।
पुलिस ने नहीं की सुनवाई
किशोरी के ताऊ मनोज ने अपहरण करने वालो के खिलाफ नामजद तहरीर दे दी। आरोप है कि एसओ ने तहरीर लेने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया। मनोज ने एसओ से एक अपहरणकर्ता का नम्बर सर्विस लाइंस पर लगाने की बात कही। इसको भी थानाध्यक्ष ने नकार दिया। इसके बाद वे घर आ गए। पुलिस के रिपोर्ट न लिखने से उनमें पुलिस के खिलाफ रोष व्याप्त है। एसओ मलपुरा ने बताया है कि मामला संज्ञान में है। प्रकरण की जांच की जा रही है। वहीं अभी तक किशोरी का कोई पता नहीं चल सका है, जिससे परिजन परेशान हैं।