ताजनगरी में 2 साल की मासूम बच्ची के अपहरण की सूचना ने आगरा पुलिस के पसीने छुड़ा दिए। एक महिला द्वारा फोन किया गया कि उसका 2 साल का मासूम किसी ने अगवा कर लिया है। जिस पर पुलिस ने बिना देरी किए अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी और पुलिस अधिकारियों ने बगैर देरी किए टीमों को गठित कर बच्ची की बरामदगी के लिए प्रयास शुरू कर दिए। पुलिस एवं सर्विलांस टीम ने जब मासूम बच्चे की तलाश शुरू की तो पता चला कि बच्चे की मां के मित्र ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। बच्चे की मां के पुरुष मित्र ने किसी घटना या किसी मामले से क्षुब्ध होकर दो वर्षीय मासूम को अगवा किया था।
पुलिस जांच में सामने आया कि युवक नई दिल्ली से दक्षिण की तरफ जाने वाली किसी ट्रेन में बैठा है। पुलिस ने तत्काल आगरा जीआरपी से संपर्क किया और टीमों को ट्रेनों की सघन तलाश में जुटा दिया। वहीं दूसरी तरफ जीआरपी ने आगरा से लेकर दक्षिण तक सभी रेलवे स्टेशन पर मासूम बच्चे की सूचना को साझा किया और जीआरपी ने इसके लिए दिन रात एक कर दिए। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि जिस आरोपी युवक ने बच्ची का अपहरण किया था,उसके पास मोबाइल नहीं था इसलिए सिविल पुलिस, सर्विलांस टीम और जीआरपी को बच्ची को तलाश करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन जीआरपी और पुलिस के अथक प्रयासों से बच्ची और आरोपी युवक को नागपुर में ट्रेस किया गया।
पुलिस उपायुक्त सूरज राय ने बताया कि बुधवार को एक महिला द्वारा सूचना दी गई थी कि किसी ने उसके दो साल के मासूम बच्चे को किडनैप कर लिया है। दो वर्षीय मासूम बच्चे की सूचना पर इस कड़ाके की ठंड में पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया, पुलिस अधिकारियों के पसीने छूट गए। मासूम बच्चे के अपहरण की सूचना से पुलिस उपायुक्त नगर सूरज राय ने बिना देरी किए अगवा की गई बच्ची की बरामदी के लिए टीमें गठित कर दी। डीसीपी ने बताया कि इस घटना का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपए पुरुस्कार राशि दी जाएगी।
आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट