मेयर को मिले हैं अधिकार
अधिनियम 1559 में मेयर को कई अधिकार मिले हैं। हालांकि मेयर को मिलने वाले अधिकारों में कानून व्यवस्था और प्रशासनिक व्यवस्था शामिल नहीं है। शहर का प्रथम नागरिक होने के नाते किसी राजकीय मेहमान की आगवानी का अधिकार मेयर को मिलता है। मेयर को सदन की विशेष सदन बुलाने, बजट अधिवेशन और सामान्य बैठक के संचालन का अधिकार होता है। मेयर के अनुमोदन से ही संविदा का निष्पादन होगा। जो कि बीस लाख रुपये से अधिक न हौ। इससे अधिक के लिए कार्यकारिणी और सदन की स्वीकृत लेनी होगी। मेयर को निगम में प्रतीक्षालय और कैंप कार्यालय की सुविधा मिलती है। नगर निगम के साथ ही जलकल विभाग का भी अध्यक्ष मेयर होगा। विभागों के कार्यों की समीक्षा भी मेयर के अधिकार में शामिल है। नगर निगम के पार्षदों को विकास कार्य कराने के लिए प्रस्ताव देने का अधिकार मेयर के पास होता है। जनता की शिकायतों के आधार पर पार्षदों के प्रस्ताव पर चर्चा कर अधिकारियों को समाधान के लिए मेयर स्वीकृति दे सकते हैं।
अधिनियम 1559 में मेयर को कई अधिकार मिले हैं। हालांकि मेयर को मिलने वाले अधिकारों में कानून व्यवस्था और प्रशासनिक व्यवस्था शामिल नहीं है। शहर का प्रथम नागरिक होने के नाते किसी राजकीय मेहमान की आगवानी का अधिकार मेयर को मिलता है। मेयर को सदन की विशेष सदन बुलाने, बजट अधिवेशन और सामान्य बैठक के संचालन का अधिकार होता है। मेयर के अनुमोदन से ही संविदा का निष्पादन होगा। जो कि बीस लाख रुपये से अधिक न हौ। इससे अधिक के लिए कार्यकारिणी और सदन की स्वीकृत लेनी होगी। मेयर को निगम में प्रतीक्षालय और कैंप कार्यालय की सुविधा मिलती है। नगर निगम के साथ ही जलकल विभाग का भी अध्यक्ष मेयर होगा। विभागों के कार्यों की समीक्षा भी मेयर के अधिकार में शामिल है। नगर निगम के पार्षदों को विकास कार्य कराने के लिए प्रस्ताव देने का अधिकार मेयर के पास होता है। जनता की शिकायतों के आधार पर पार्षदों के प्रस्ताव पर चर्चा कर अधिकारियों को समाधान के लिए मेयर स्वीकृति दे सकते हैं।
नगर निगम आगरा में
भाजपा से मेयर प्रत्याशी नवीन जैन स्नातक हैं, वे 1982 में भाजपा के युवा मोर्चा के महानगर महामंत्री बने, 1989 में कचहरी घाट से पार्षद, दूसरी बार 1995 में कचहरी घाट से ही पार्षद और 1997 में डिप्टी मेयर बने। उनके परिवार का छोटा सा कारोबार था, अब एयरपोर्ट के रन वे से लेकर हाईवे बनाने का काम पीएनसी कर रही है।
भाजपा से मेयर प्रत्याशी नवीन जैन स्नातक हैं, वे 1982 में भाजपा के युवा मोर्चा के महानगर महामंत्री बने, 1989 में कचहरी घाट से पार्षद, दूसरी बार 1995 में कचहरी घाट से ही पार्षद और 1997 में डिप्टी मेयर बने। उनके परिवार का छोटा सा कारोबार था, अब एयरपोर्ट के रन वे से लेकर हाईवे बनाने का काम पीएनसी कर रही है।
छठवें भाजपाई मेयर बने नवीन जैन
रमेशकांत लवानियां 1988.89 53 सभासदों के समर्थन से मेयर बने। बेबीरानी मोर्या 1995 17हजार वोटों से जीती बसपा प्रत्याशी नवनेश वरुण को हराया। किशोरी लाल माहौर 2000 नौ हजार वोटों से जीत हासिल की और बसपा के सुरेश कर्दम को पराजित किया। अंजुला सिंह माहौर ने 2006 में 16 हजार वोटों से जीत हासिल की और उन्होंने बसपा की डॉ.रेखा कुमारी को पराजित किया। साल 2012 में इंद्रजीत आर्य ने भारतीय जनता पार्टी के करतार सिंह भारतीय को 13 हजार वोटों से हराया था।
रमेशकांत लवानियां 1988.89 53 सभासदों के समर्थन से मेयर बने। बेबीरानी मोर्या 1995 17हजार वोटों से जीती बसपा प्रत्याशी नवनेश वरुण को हराया। किशोरी लाल माहौर 2000 नौ हजार वोटों से जीत हासिल की और बसपा के सुरेश कर्दम को पराजित किया। अंजुला सिंह माहौर ने 2006 में 16 हजार वोटों से जीत हासिल की और उन्होंने बसपा की डॉ.रेखा कुमारी को पराजित किया। साल 2012 में इंद्रजीत आर्य ने भारतीय जनता पार्टी के करतार सिंह भारतीय को 13 हजार वोटों से हराया था।