इस योजना पर उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक संगठन के अध्यक्ष पंडित तुलाराम शर्मा ने कहा कि योजना स्वागत योग्य है, लेकिन ये किस तरह तय कर दिया गया कि देश में असंगठित क्षेत्र के 10 करोड़ श्रमिक हैं। उन्होंने कहा कि इनका कोई आंकड़ा सरकार के पास नहीं है। देश में करीब 55 करोड़ आबादी असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की है। वहीं सबसे बड़ा सवाल ये है कि इस योजना में लाने के लिए इन श्रमिकों का चयन सरकार किस प्रकार करेगी।
श्रमिक नेता पंडित तुलाराम शर्मा ने कहा कि 15 हजार आय वालों को ये लाभ दिया जाएगा, लेकिन सरकार ने कभी ये सोचा कि इन श्रमिकों की आय इससे भी बेहद कम होती है। कोई कोई महीना तो ऐसा होता है, जब ये श्रमिक 4 हजार भी नहीं कमा पाते हैं। सरकार को इस बजट में श्रमिकों की न्यूनतम आय पर ठोस कदम उठाना चाहिए थे।