विजेन्द्र सिंह कहरवार ने कहा कि दूरा गांव पूरा जाटों का है। यहां पर जाट पंचायत में जो भी तय होता है, वहीं अंतिम निर्णय होता है। फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से एक ओर जहां कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर चुनाव मैदान में हैं, तो वहीं जाट बाहुल्य इस क्षेत्र से भाजपा ने किसान नेता राजकुमार चाहर को प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास शीर्ष नेतृत्व अच्छा नहीं है, इसलिये भाजपा की ओर रुख किया है। स्थानीय नेताओं से कोई इतना प्रभाव नहीं पड़ता है। इस बार भी मोदी के हाथ मजबूत करने के लिये वोट करेंगे।
विजेन्द्र सिंह कहरवार से जब भरतपुर रियासत के महाराजा विश्वेन्द्र सिंह के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि वे महाराजा है, लेकिन उनका प्रभाव सिर्फ सिनसिनवारों में हैं। यहां उनका कोई प्रभाव नहीं हैं। हालांकि वे एक महाराजा है, उनका सम्मान है, लेकिन यदि वे अपना निर्णय किसी पर थोपते हैं, तो वो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जब फतेहपुर सीकरी लोकसभा नहीं थी और ये विधानसभा आगरा लोकसभा में आती थी, उस दौरान राज बब्बर दो बार सांसद रहे, लेकिन उन्होंने यहां जाट बाहुल्य गांवों के लिये कोई काम नहीं किया। इसलिये उन पर अब विश्वास करें भी तो कैसे करें।