ये है पूरा मामला
11 पैरा स्पेशल फोर्स के जवान हरदीप सिंह गुरुवार दोपहर को साथियों के साथ पैराट्रूपिंग के लिए ड्रोपिंग जोन पहुंचे थे। वे हेलीकॉप्टर में सवार हुए। एक-एक कर उनके सभी साथी पैराट्रूपर पैराशूट के साथ कूद रहे थे। जब हरदीप की बारी आयी तो उन्होंने भी हेलीकॉप्टर से छलांग लगाई लेकिन दुर्भाग्य से उनका पैराशूट थोड़ा सा खुला फिर उसकी रस्सियां आपस में लिपट गईं। इसके बाद उन्होंने अपना इमरजेंसी पैराशूट खोला, लेकिन वो भी नहीं खुला और वे ग्यारह फुट की ऊंचाई से सीधे जमीन पर गिरे और खून से लथपथ हो गए। इस बीच उनके साथी आनन फानन में उन्हें लेकर अस्पताल गए लेकिन वहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।
11 पैरा स्पेशल फोर्स के जवान हरदीप सिंह गुरुवार दोपहर को साथियों के साथ पैराट्रूपिंग के लिए ड्रोपिंग जोन पहुंचे थे। वे हेलीकॉप्टर में सवार हुए। एक-एक कर उनके सभी साथी पैराट्रूपर पैराशूट के साथ कूद रहे थे। जब हरदीप की बारी आयी तो उन्होंने भी हेलीकॉप्टर से छलांग लगाई लेकिन दुर्भाग्य से उनका पैराशूट थोड़ा सा खुला फिर उसकी रस्सियां आपस में लिपट गईं। इसके बाद उन्होंने अपना इमरजेंसी पैराशूट खोला, लेकिन वो भी नहीं खुला और वे ग्यारह फुट की ऊंचाई से सीधे जमीन पर गिरे और खून से लथपथ हो गए। इस बीच उनके साथी आनन फानन में उन्हें लेकर अस्पताल गए लेकिन वहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।
हरदीप सिंह पुत्र भूपेंद्र सिंह पंजाब के पटियाला के रहने वाले थे। मृत्यु के बाद उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। उधर सेना की तरफ से उनके परिजनों को हादसे में उनकी मौत की सूचना दी गई। आज सैन्य सम्मान के साथ उनका पार्थिव शरीर उनके घर भेजा जाएगा।