23 जुलाई 2018 से फोटोग्राफी की नई गाइड लाइन लागू हो गई। स्मारकों में फोटोग्राफी कर आर्थिक लाभ कमाने वालों को अब महानिदेशक एएसआई से लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। इससे साथ ही वर्ष 2012 से पहले एएसआई द्वारा जारी किए गए किसी लाइसेंस का पुन: सत्यापन कराना अनिवार्य होगा। परीक्षा और पाठ्यक्रम में भाग लेने की शर्त पर फोटोग्राफी का लाइसेंस जारी होगा। वर्ल्ड हेरिटेज स्मारकों के लिए फोटोग्राफी लाइसेंस 25 हजार रुपये में और टिकट वाले अन्य स्मारकों के लिए 15 हजार रुपये शुल्क होगा।
एएसआई द्वारा जारी की गई नई गाइड लाइन में साल 2012 से पहले जारी हुए लाइसेंस अन्य किसी के नाम पर ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है। अभ्यर्थी को परीक्षा पास करने के लिए तीन मौके दिए जाएंगे। वहीं पुराने फोटोग्राफरों को लाइसेंस का नवीनीकरण और सत्यापन कराने के लिए परीक्षा के दौर से गुजरना होगा।
लाइसेंस रिन्यूवल के लिए सात अगस्त तक आवेदन जमा कराना होगा। वहीं अधीक्षण पुरातत्वविद आगरा मंडल, आगरा के नाम का विश्वदाय स्मारकों के लिए 1250 रुपये का और अन्य स्मारकों के लिए 625 रुपये का डिमांड ड्राफ्ट संरक्षण सहायक कार्यालय में जमा कराना होगा। ये व्यवस्था उनके लिए लागू होगी जो स्मारकों के अंदर लाइसेंस लेकर फोटोग्राफी कर रहे हैं और जिनके लाइसेंस 26 जून से 25 सितंबर 2018 के लिए वैद्य हैं। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि फोटोग्राफरों को अपनी लाइसेंस पुस्तिका और दो टिकट आकार के फोटो, जिनके स्थान पर नामित सदस्य कार्य करते हों, उनका परिचय पत्र और दो फोटो जमा कराने होंगे।