यह सलाह उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद ने सभागार में आयोजित मण्डलीय रबी गोष्ठी में अधिकारियों व किसानों को सम्बोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि कृषकों के लिये संचालित की गई किसान पाठशाला के आयोजन से भी लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कृषक बन्धु संगठित होकर गुणवत्ता युक्त फसलोत्पादन प्रारम्भ करें, जिससे कृषि निर्यात का लाभ मिल सकें और अच्छा मूल्य प्राप्त हो सकें।
उन्होंने कृषकों द्वारा उठाई गयी समस्याओं का संज्ञान लेते हुए अश्वस्त किया कि जिस जनपद में कृषक बन्धु अधिक संख्या में जैविक उत्पाद पैदा करेंगे तो उनके विक्रय हेतु सम्बन्धित जिलाधिकारी के माध्यम से प्रस्ताव प्राप्त कर उत्पादन विक्रय हेतु बाजार की स्थापना करायी जायेगी। उन्होंने सभी सम्बन्धित जिलाधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी समस्यायें पटल पर आई हैं, उनका शीघ्रतापूर्वक निस्तारण कराया जाये, जिससे कृषकों को अपने फसलोत्पादन में किसी प्रकार की कोई समस्या न आए और आमदनी में इजाफा कर सकें।
आगरा एवं अलीगढ़ मण्डल के विभिन्न जनपदों से आये किसानों द्वारा कृषि उत्पादन में आने वाली समस्याओं यथा- सिंचाई के लिये समय से पानी, खाद बीज प्राप्त न होना तथा फसलोत्पाद की बिक्री के लिये सही बाजार न मिलने के साथ-साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का पर्याप्त लाभ न मिलना, अधिकाधिक उत्पादन वाली फसलों का बीमा योजना में समाहित न होने जैसी समस्याओं से अवगत कराया। आलू के प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना किये जाने जैसी आवश्यकता पर जोर दिया गया।
मंडलायुक्तों ने क्या कहा
गोष्ठी में आगरा के मंडलायुक्त अनिल कुमार व आयुक्त अलीगढ़ अजयदीप सिंह ने मण्डल में किसान के हित में किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक अवगत कराया। उन्होंने कहा कि समय-समय पर किसान हित में संचालित होने वाली योजनाओं को पूरी तत्परता के साथ जनपदों में संचालित कराया जाता है, जिससे कृषकों को उनका लाभ मिल सकें। उन्होंने आश्वस्त किया कि जो समस्यायें उठाई गईं हैं, उनका निस्तारण कराया जायेगा।
जिलाधिकारी आगरा एन0जी0 रवि कुमार ने कृषकों के कल्यणार्थ चलाई जा रही योजनाओं के बारे में अवगत कराया। कहा कि यह लगातार प्रयास किया जा रहा है कि कोई भी पात्र कृषक योजनाओं के लाभ से वंचित न रहने पाए। फसलोत्पादन में वृद्धि हो, जिससे उनकी आय में बढ़ोत्तरी हो सके।
गोष्ठी में उपस्थित कृषकों को विभागीय अधिकारियों, अपर निबंधक सहकारिता, संयुक्त निदेशक उद्यान, निदेशक मत्स्य, निदेशक पशुपालन तथा कृषि निदेशक सहित कृषि वैज्ञानिकों ने कृषि उत्पादन बढ़ाने,उनके विक्रय एवं पशुपालन आदि कार्य करके आय में बढ़ोत्तरी के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की। तथा कृषकों को आश्वस्त किया कि कोई बाधा है तो अवगत कराएं। समस्या के समाधान हेतु हर स्तर पर कार्य किया जायेगा। इससे पहले प्रमुख सचिव कृषि ने आयुक्त कार्यालय प्रांगण में आयोजित कृषि यंत्रों आदि से सम्बन्धित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।