सपा जिलाध्यक्ष रामसहाय यादव का कहना है कि जिस तरह से नगर निकाय चुनाव में कई जगह समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं के और समर्थकों के वोट कटते हुए नजर आए और कई जगह समाजवादी पार्टी के भूलेख समर्थक लोग वोट नहीं डाल पाए। उसे लेकर समाजवादी पार्टी हाईकमान बेहद चिंतित है। समाजवादी पार्टी आलाकमान ने प्रदेश भर के जिलाध्यक्षों को निर्देशित करते हुए 20 दिसंबर तक पार्टी के बूथ अध्यक्ष और बीएलओ के नाम के साथ मोबाइल नंबर और पता लखनऊ कार्यालय को भेजने के आदेश दिए हैं। पार्टी आलाकमान ने यह भी निर्देशित किया है कि 20 दिसंबर तक जो भी जिला अध्यक्ष बीएलए व बूथ अध्यक्षों के नाम और रिपोर्ट तलब नहीं करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी बूथ पर पर बेहद मजबूत होना चाहती है, जिस तरह नगर निकाय चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी सदस्यता अभियान चलाया, अभियान के बावजूद समाजवादी पार्टी को चुनाव में इसका कोई लाभ नहीं मिला। समाजवादी पार्टी का मानना है सदस्यता अभियान में बड़ी गड़बड़ हुई है। समाजवादी पार्टी इस बड़ी गड़बड़ी को जानना चाहती है। माना जा रहा है कि रिपोर्ट के बाद समाजवादी पार्टी के कई पदाधिकारियों के पर भी कतरे जा सकते हैं। सपा जिला मीडिया प्रभारी सौरभ गुप्ता ने बताया कि सपा जिला अध्यक्ष रामसहाय यादव का कहना है कि शनिवार को इस पूरे मामले को लेकर समाजवादी पार्टी पदाधिकारियों से वार्ता करेंगे साथ ही पदाधिकारियों की बूथ, बीएलओ को लेकर भी जिम्मेदारी तय की जाएंगी और जल्द से जल्द पार्टी आलाकमान को यह रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
गौरतलब है कि इस बार जिला प्रशासन ने कई बार वोट बनवाने, वोटर लिस्ट में नाम आदि की गड़बड़ी होने पर अपने खुद के कैंप लगाए थे और लोगों के वोट बनावाने में उनकी मदद की थी। अब समाजवादी पार्टी भी इसी राह पर चलती नजर आ रही है।