ऐप पर होगा पंजीकरण ‘स्मार्ट बूथ’ ऐप में बूथ कमेटियों को ऑनलाइन फीड किया जाएगा। आधुनिक तकनीकियों के माध्यम सदस्य का पंजीकरण बूथ पर हो जाएगा। इस प्रकार फर्जी और निष्क्रिय रूप से काम करने वालों को घर बैठकर बूथ कमेटी बनाने पर रोक लगाई जा सकेगी। ऐप को तीन तरह से कंट्रोल किया जाएगा। प्रदेश कार्यालय, जिला और विधानसभा कार्यालय तक ऑनलाइन जोड़ा जाएगा। इसमे फ़ोटो के साथ बूथ कमेटी की सूची बनाई जाएगी, जिसको डाउनलोड कर शेयर भी किया जा सकेगा।
रैली में कार्यकर्ताओं की संख्या बताएगा स्मार्ट बूथ ऐप के माध्यम से विधानसभा स्तर पर चुनाव के दिन यह भी पता लगाया जा सकेगा कि बूथ पर कमेटी के सदस्य पहुँचे हैं अथवा नहीं। अपनी ड्यूटी न करने वाले कार्यकर्ताओं से तुरंत संपर्क कर बूथ पर पहुँचने की सूचना दी जाएगी। मोबाइल ऐप जीपीएस तकनीक पर काम करेगा। इसके माध्यम से पार्टी स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में उपस्थित होने वालों सक्रिय कार्यकर्ताओं की जानकारी प्राप्त होगी। पार्टी की रैलियों में कार्यकर्ताओं की संख्या का भी आसानी से पता लगाया जा सकेगा। इसके माध्यम से विधानसभा स्तर बूथ कमेटी के सदस्यों को एक क्लिक पर सूचनाओं का आदान -प्रदान भी किया जा सकेगा।
मुसीबत में मदद करेगा दिलीप प्रताप सिंह ने पत्रिका को बताया- ऐप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि कार्यकर्ता अगर किसी मुसीबत में होगा तो वह ऐप के माध्यम से एक संदेश देकर सभी को अवगत करा सकता है। ऐसे कार्यकर्ता अपनी लोकेशन जीपीएस के माध्यम से भेजकर तुरन्त सहायता मांग सकते है। आगरा से शुरू की गई इस ऐप को जल्दी ही अन्य जनपदों में लागू किए जाने पर भी विचार किया जा रहा है।
अखिलेश यादव के समक्ष प्रस्तुतीकरण शीघ्र समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामसहाय यादव ने बताया कि स्मार्ट बूथ ऐप के बारे में आगरा के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका उन्होंने बताया कि आगरा में लोकसभा चुनाव 2019 का आधार स्मार्ट बूथ ऐप बनेगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष स्मार्ट बूथ ऐप का प्रस्तुतीकरण शीघ्र किया जाएगा। आशा है कि राष्ट्रीय स्तर पर स्मार्ट बूथ ऐप लागू होगा।