बारिश में बढ़ जाती हैं ये घटनायें
बारिश का मौसम शुरू होते ही तेज गर्मी के बाद उमस काफी बढ़ जाती है। ऐसे में उमस से बचने के लिए सांप बिलों से बाहर निकल आते हैं और लोगों के लिए खतरा बन जाते हैं। ग्राम महुअर के सपेरे होतम बताते हैं कि सांप जान बूझकर किसी को नहीं काटता है। सांप हमेशा तब काटता है, जब उसे खुद को खतरा महसूस होता है। वह अपने बचाव के लिए हमला करता है, नाकि ऐसे ही आक्रामक होता है। सांप को बिना छेड़े उसके पास से गुजर भी जाओ, तो वह काटे गा नहीं।
बारिश का मौसम शुरू होते ही तेज गर्मी के बाद उमस काफी बढ़ जाती है। ऐसे में उमस से बचने के लिए सांप बिलों से बाहर निकल आते हैं और लोगों के लिए खतरा बन जाते हैं। ग्राम महुअर के सपेरे होतम बताते हैं कि सांप जान बूझकर किसी को नहीं काटता है। सांप हमेशा तब काटता है, जब उसे खुद को खतरा महसूस होता है। वह अपने बचाव के लिए हमला करता है, नाकि ऐसे ही आक्रामक होता है। सांप को बिना छेड़े उसके पास से गुजर भी जाओ, तो वह काटे गा नहीं।
डरें नहीं करें ये उपाय
डॉ. अभिनव शर्मा ने बताया कि सांप जब भी काटे तो कभी घबराएं नहीं, क्योंकि भारत में करीब 60-70 प्रतिशत सांप जहरीले नहीं होते, लेकिन कुछ प्रतिशत जहरीले हो सकते हैं। ऐसे में सबसे पहले जिस स्थान पर सांप ने काटा है उससे करीब चार से पांच इंच ऊपर कसकर एक पट्टी बांध दें और जख्म को साबुन या डिटॉल आदि से अच्छी तरह धो लें। उसके बाद तुरंत उस व्यक्ति को अस्पताल ले जाएं। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ की सलाह लें कभी झाड़-फूंक आदि के झंझट में न पड़ें, देर किए बगैर मरीज को डॉक्टर के पास ले जाएं।
डॉ. अभिनव शर्मा ने बताया कि सांप जब भी काटे तो कभी घबराएं नहीं, क्योंकि भारत में करीब 60-70 प्रतिशत सांप जहरीले नहीं होते, लेकिन कुछ प्रतिशत जहरीले हो सकते हैं। ऐसे में सबसे पहले जिस स्थान पर सांप ने काटा है उससे करीब चार से पांच इंच ऊपर कसकर एक पट्टी बांध दें और जख्म को साबुन या डिटॉल आदि से अच्छी तरह धो लें। उसके बाद तुरंत उस व्यक्ति को अस्पताल ले जाएं। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ की सलाह लें कभी झाड़-फूंक आदि के झंझट में न पड़ें, देर किए बगैर मरीज को डॉक्टर के पास ले जाएं।