ये सेंटर भीमाबाई बौद्ध बिहार शांति नगर आगरा में चल रहा है। उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष पंडित तुलाराम शर्मा ने बताया कि जब तक माता पिता में जागरुकता नहीं आएगी, तब तक इन बच्चों के जीवन में अंधियारा रहेगा। मुस्कान सेंटर की जब शुरुआत हुई, तो उससे पहले ऐसे मां बाप को चिन्हित किया गया, जिनके बच्चे स्कूल से बाहर थे, या फिर उनके साथ काम काज में हाथ बंटाने के लिये साथ ही जाते थे। आज इस सेंटर में 235 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व संगठन द्वारा संचालित किये जा रहे बाल श्रमिक विद्यालयों में हजारों बच्चों ने शिक्षा प्राप्त कर उंचा मुकाम हासिल किया है।
मुस्कान सेंटर पर अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस 2019 के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परियोजना अधिकारी अवधेश कुमार वाजपेयी ने करते हुये कहा कि हर हाथ में कलम, और हर हाथ में काम होगा, तभी बाल श्रम दूर किया जा सकता है। उन्होंने गरीब परिवारों से आए माता पिता से अपील की कि अपने बच्चों से काम न करायें, उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ें, क्योंकि ये ही देश का भविष्य हैं।
इस दौरान श्रम परिवर्तन अधिकारी एसबी सरोज ने कहा कि बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास अच्छा है। श्रम विभाग इस नेक कार्य में सहयोग करता रहेगा। चाईल्ड लाईन आगरा की कॉर्डिनेटर रितु इंदौलियां ने कहा कि मां बच्चों की प्रथम गुरु होती है। आज कई सारी योजनाएं चल रही हैं, बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिलाई जा सकती है, इसलिये बच्चों को स्कूल जरूर भेजें।
बाल श्रम मुक्त करने का अभियान
एमबी फाउंडेशन के श्रीनिवास ने कहा कि मुस्कान शिक्षा केन्द्र में 235 बच्चे शिक्षा प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस क्षेत्र को बाल श्रम मुक्त बनाने का सभी ने संकल्प लिया है। इस दौरान श्रमिक नेता तुलाराम शर्मा ने कहा कि हर हाथ को कलम और हर हाथ को काम मिलेगा, तभी बाल श्रम समाप्त होगा। केन्द्र व राज्य सरकार को बालश्रम हटाने के लिये ठोस नीति बननी चाहिये। कार्यक्रम का संचालन संजय शर्मा ने किया। इस दौरान पिंकी जैन, चरन सिंह, प्रतिमा डोमने, सीमा इन्दूलकर, राजकुमार सागर, राहुल शर्मा आदि मौजूद रहे।