डॉक्टर सुशील गुप्ता का कहना है कि आग बुझाने की सुविधा न होने के कारण अपनी रक्षा के लिए विद्यार्थी कूदे, किन्तु अपनी रक्षा न कर सके। इस घटना में उनकी मृत्यु हो गई। यह हृदय विदारक, दुखद एवं दर्दनाक हादसा है। उन्होंने छात्रों के अभिभावकों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट की है। उन्होंने प्रशासन से उचित कार्यवाही करने की अपील की है।
उन्होंने बताया कि आगरा में सभी कोचिंग संस्थानों तथा विद्यालयों के प्रबंधकों को आपातकालीन स्थिति से निबटने के लिए उचित प्रबंध करने के लिए उन्होंने जागरूक किया है। इस प्रकार की दुखद घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। आशा जताई कि सभी विद्यालयों और कोचिंग संस्थानों में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम होंगे।