वर्ल्ड हेरिटेज श्रेणी के छह ए श्रेणी के स्मारकों में आगरा के ताजमहल, लाल किला, फतेहपुर सीकरी को रखा गया है। वहीं बी श्रेणी में 11 में से आगरा के पांच स्मारक अकबर का मकबरा, मरियम का मकबरा, एत्माद्दौला का मकबरा, मेहताब बाग, रामबाग स्मारक को शामिल किया गया है। आपको बता दें कि संस्कृति मंत्रालय केंद्रीय संरक्षित 3600 स्मारकों में से 121 स्मारकों पर टिकट वसूलता है। बुधवार से 121 में से 17 स्मारकों के प्रवेश टिकट के दाम संस्कृति मंत्रालय ने बढ़ाए हैं इन 17 स्मारकों में आगरा के आठ स्मारक शामिल हैं।
अब भारतीयों को ए श्रेणी के स्मारकों ताजमहल, लालकिला और फतेहपुर सीकरी के लिए कुल 50 रुपए (40 एएसआई और 10 एडीए) का टिकट मिलेगा। विदेशियों को ताजमहल के लिए 1100 (600 एएसआई और 500 एडीए) के हिसाब से देने होंगे। लाल किले के लिए 650 (600 एएसआई और 50 एडीए) और फतेहपुर सीकरी के लिए 610 (600 एएसआई और 10 एडीए) रुपए देने होंगे।
वहीं बी श्रेणी के स्मारकों यानी अकबर का मकबरा, एत्माद्दौला का मकबरा के लिए भारतीयों को 30 रुपए (25 एएसआई और 5 एडीए) और विदेशियों को 310 रुपए (300 एएसआई और 10 एडीए) रुपए के हिसाब से प्रवेश टिकट का मूल्य चुकाना होगा। वहीं मरियम का मकबरा, मेहताब बाग, रामबाग के लिए भारतीयों को 25 रुपए और विदेशी सैलानियों को 300 रुपए का प्रवेश टिकट के देने होंगे।
ताज महल का टिकट सबसे ज्यादा महंगा
इन सभी स्मारकों पर टिकट के नए दाम बुधवार सुबह से लागू हो जाएंगे। आगरा के सभी स्मारकों में ताज का दीदार सबसे महंगा होगा क्योंकि इसके लिए विदेशी सैलानियों को एएसआई के 600 रुपए के अलावा एडीए को 500 रुपए भी देने होंगे यानी कुल 1100 रुपए खर्च करने होंगे। आपको बता दें कि इससे पहले एएसआई विदेशियों से ताज के दीदार के लिए 500 रुपए व अन्य हेरिटेज के लिए 250 रुपए वसूलता था और भारतीयों के लिए 30 रुपए का टिकट था। वहीं बी श्रेणी के स्मारकों के लिए भारतीयों को 15 रुपए और विदेशियों को 200 रुपए का टिकट खरीदना होता था।
इन सभी स्मारकों में टिकट खरीदने पर कैशलेस भुगतान पर भारतीयों को पांच रुपये प्रति टिकट और विदेशी पर्यटकों को 50 रुपए प्रति टिकट की छूट मिलेगी।