आगरा में भी मौसम कभी डरा रहा है तो कभी गर्मी और उमस फैला रहा है। सुबह के समय बादल छाये रहते हैं। दोपहर में सूरज निकलता है। फिर मौसम खराब हो जाता है। आज 21 सितंबर को भी शहरभर में बारिश हुई और बादल छाए हुए हैं। आगरा में चम्बल नदी का पानी दर्जनों गांवों में प्रवेश कर गया। हालांकि अब पानी उतरने लगा है, लेकिन तमाम समस्याएं छोड़ गया है। इसके चलते संक्रामक रोग फैलने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में अगर जोरदार बारिश हो गई तो समस्या और बढ़ जाएगी। बाह में बाढ़ के कारण दो लोगों की मौत हो चुकी है।
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविन्द मिश्र का कहना है कि 17 सितम्बर से से सूर्य, कन्या राशि में है। कन्या राशि में ही बुध है। गुरु, वृश्चिक राशि में है। केतु, धनु राशि में है। राहु, मिथुन राशि में है। शनि 18 सितम्बर से मार्गीय हो गए हैं। गुरु को राहु देख रहा है। चन्द्रमा वृष राशि में है। चन्द्रमा को गुरु देख रहा है। जल का कारक चन्द्रमा है। गजकेसरी योग बन रहा है। 26 सितम्बर तक यह स्थिति बनेगी। ग्रहों की ये स्थिति 26 सितम्बर, 2019 तक भारी बारिश और बाढ़ के हालात पैदा करने वाली है। जनहानि और धनहानि का भी योग बन रहा है। वहीं 26 सितम्बर के बाद कन्या राशि में शुक्र, शनि और मंगल ग्रह का प्रवेश होगा। इससे भूकम्प आने के आसार बन रहे हैं।
डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कि मानवीय कारणों से भी मौसम बिगड़ रहा है। प्रकृति से अधिक छेड़छाड़ होती है तो भीषण वृष्टि, सूखा, बाढ़ और भूकम्प जैसी स्थिति का सामना करना होता है। एयर कंडीशनर (एसी) लगातार चल रहे हैं। इससे भी मौसम गर्म हो जाता है। यह ठीक है कि ग्रह गोचर से मौसम में परिवर्तन होता है, लेकिन अगर प्रकृति के साथ मानव यूं ही खिलवाड़ करता रहा तो स्थिति और भयानक हो सकती है।