scriptयूरिन का बदला रंग हो सकता है गंभीर बीमारी का इशारा, पढ़ें पूरी खबर! | Urine different colours may be indication of serious diseases | Patrika News
आगरा

यूरिन का बदला रंग हो सकता है गंभीर बीमारी का इशारा, पढ़ें पूरी खबर!

संकेत समझकर समय पर जांच करा लेने से बड़े खतरे को टाला जा सकता है।

आगराApr 14, 2018 / 05:41 pm

suchita mishra

urine

urine

गर्मियों का मौसम अपना जोर पकड़ चुका है। ऐसे में शरीर को काफी पानी की आवश्यकता होती है। यदि आवश्यकतानुसार शरीर को पानी न मिले तो यूरिन का रंग पीला या हल्का पीला हो जाता है। इसे देखते ही हम समझ लेते हैं कि डिहाइड्रेशन की समस्या हो रही है। लेकिन हर बार रंग का बदलना सामान्य ही हो, ये जरूरी नहीं। आगरा के फिजिशियन डॉ. राजकुमार गुप्ता बताते हैं कि कई बार यूरिन का बदला रंग गंभीर बीमारियों के संकेत भी देता है। यदि इन संकेतों को समझ कर समय पर जांच करा ली जाए तो बड़ी परेशानी से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं यूरिन का कौन सा रंग क्या कहता है।
हल्का पीला और गहरा पीला: ये रंग बताता है कि शरीर में पानी की कमी है। इसलिए पानी की मात्रा बढ़ाएं।

सिरप की तरह ब्राउन: कई बार ये शरीर में गंभीर रूप से पानी की कमी को दिखाता है। साथ ही ये लिवर संबंधी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इसके अलावा यदि टीबी आदि की दवाएं खा रहे हैं तो उसके कारण भी हो सकता है।
गुलाबी या लाल: यह रंग यूरिन में ब्लड आने का संकेत है जोकि किडनी, ट्यूमर, प्रोस्टेट जैसी बीमारियों के अलावा यूरिनरी ट्रैक्ट में संक्रमण का इशारा करता है। लेकिन यदि आपने चुकंदर आदि कोई गहरे लाल रंग की चीज खाई है तो ये सामान्य भी हो सकता है।
नारंगी रंग: ये रंग पित्त की थैली में पथरी, पीलिया और लिवर संबंधी बीमारी की ओर इशारा करता है। कई बार शरीर में पानी बेहद कम होने पर भी हो सकता है।

नीला या हरा: ये रंग किसी दुर्लभ आनुवांशिक बीमारी का लक्षण है। कभी—कभी यूरिनरी ट्रैक्ट में बैक्टीरिया के कारण हो सकता है। साथ ही किसी विशेष फूड और दवा की वजह से भी हो सकता है।
दूधिया सफेद: यदि यूरिन एकदम सफेद है तो इसका मतलब है कि यूरिन के साथ आपके शरीर से कैल्शियम, फास्फोरस जैसे खनिज पदार्थ बाहर आ रहे हैं।

इन बातों का रखें ध्यान
डॉ. राजकुमार गुप्ता के अनुसार ऐसे लक्षण दिखने पर फौरन विशेषज्ञ से संपर्क करें। विशेषज्ञ आपकी मेडिकल हिस्ट्री देखकर ये बता देंगे कि ये किसी बीमारी का लक्षण है या किसी विशेष दवा या फूड के कारण। विशेषज्ञ यदि किसी तरह की जांच बताएं तो टालें नहीं, ताकि समय रहते रोग का इलाज किया जा सके।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो