थाना मलपुरा के गांव बरारा निवासी महेन्द्र सिंह पुत्र होतीलाल किसान हैं। वह अपने परिवार के साथ बुधवार रात सो रहे थे। रात 12 बजे उसके घर में चोर आ गए। आवाज होने पर महेन्द्र सिंह की नींद टूट गई। घर में अंजान लोगों को देख उसने शोर मचा दिया। इस पर अन्य ग्रामीण भी जाग गए। यह देख चोरों के होश उड़ गए। वे घर में से निकल कर भागने लगे। ग्रामीणों ने भी चोरों के पीछे दौड़ लगा दी। उन्होंने भागते हुए एक चोर को दबोच लिया। वह गांव का ही असलम पुत्र नब्बो था। ग्रामीणों ने उसकी जमकर धुनाई लगा दी। इसके बाद उन्होने इसकी सूचना 100 नम्बर पर दी।
पुलिस ने थाने से छोड़ दिया आरोपी
सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस आरोपी और पीड़ित को थाने ले गई। पीड़ित को थाने में कई घंटे बैठा कर रखा। आरोप है कि थाने में पीड़ित ने पुलिस पर राजीनामा का दबाव बनाया। पुलिस के दबाव में पीड़ित ने आरोपी से राजीनामा कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया। इस बात की खबर जब ग्रामीणों को हुई, तो उनमें मलपुरा पुलिस के खिलाफ रोष व्याप्त हो गया। उन्होने कहा है कि मलपुरा पुलिस थाने से ही सुलह करा कर आरोपियो को छोड़ देती है। इस वजह से ही क्षेत्र में अपराध बढ रहा है, लेकिन मलपुरा पुलिस पर इसका कोई असर नहीं है। वहीं इस मामले में थानाध्यक्ष मलपुरा रमेश भारद्धाज ने बताया है कि पीड़ि ने मामले में तहरीर नहीं दी थी, जिसके कारण आरोपी को छोड़ा गया है।