जानिए क्यों क्रिसमस पर काटा जाता है केक
क्रिसमस पर केक काटने का इतिहास सोलहवीं सदी से जुड़ा हुआ है।
आगरा। आपने देखा होगा कि क्रिसमस पर केक काटने का चलन है। लेकिन ये चलन कब और क्यों शुरू हुआ इसके बारे में कम ही लोगों को पता होगा। दरअसल, क्रिसमस पर केक काटने का इतिहास 16वीं सदी से शुरू हुआ था। इस बारे में फादर सुनील पॉल का कहना है कि पुराने समय में लोग ब्रेड और सब्जियां मिलाकर एक डिश बनाते थे। इंग्लैड में प्लम पुडीज की प्रथा थी। 16वीं शताब्दी पुडिंग में जौ की जगह गेहूं के आटे का प्रयोग किया जाने लगा। इसमें अंडा, मक्खन और उबले हुए फल का प्लम प्रयोग किया जाने लगा। इसे लोग तंदूर में पकाते थे, तब जो पकवान तैयार हुआ उसने केक का रूप ले लिया। यहीं से केक बनाने की शुरुआत हुई। तब से हर साल क्रिसमस पर प्लम केक को काटकर खुशियां बांटने के लिए शामिल किया जाने लगा।