ताजमहल के बारे में
मोहब्बत की इमारत ताजमहल पर आकर सभी को खुशी मिलती है। यही कारण है कि यहां हर रोज बड़ी संख्या में देशी ही नहीं, बल्कि विदेशी मेहमान भी पहुंचेते हैं। यहां पर कई कई घंटे सुकून से गुजारते हैं। ताजमहल के पाश्व में यमुना को निहारते हुए ये कई कई घंटों तक बैठे देखे जा सकते हैं। सर्दी हो या गर्मी या फिर बरसात, ताजमहल पर आने वाले लोगों की संख्या में कभी भी कमी नहीं देखी जाती है। वहीं गर्मियों के अवकाश की बात करें, तो यहां भीड़ इस कदर रहती है, कि ताजमहल में प्रवेश के लिए लम्बी लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता है।
सिकंदरा स्मारक
वहीं सिकंदरा स्मारक भी लोगों को सुकून दे रहा है। लाल पत्थरों से बनी इस इमारत के साथ यहां की हरियाली देशी और विदेशी पर्यटकों को खूब लुभाती है। यहां पर भी दिन भर देशी और विदेशी पर्यटकों की भीड़ देखी जा सकती है। वहीं सुबह के समय सिकंदरा के पार्क में आप आस पास के लोगों को सुकून से बैठा देख सकते हैं। चिड़ियों की चेचहाहट और ठंडी हवा लोगों का मन प्रसन्न करती है।
वहीं सिकंदरा स्मारक भी लोगों को सुकून दे रहा है। लाल पत्थरों से बनी इस इमारत के साथ यहां की हरियाली देशी और विदेशी पर्यटकों को खूब लुभाती है। यहां पर भी दिन भर देशी और विदेशी पर्यटकों की भीड़ देखी जा सकती है। वहीं सुबह के समय सिकंदरा के पार्क में आप आस पास के लोगों को सुकून से बैठा देख सकते हैं। चिड़ियों की चेचहाहट और ठंडी हवा लोगों का मन प्रसन्न करती है।
एत्मादुद्दौला स्मारक रामबाग के पास स्थित एत्मादुद्दौला स्मारक को बेबी आॅफ ताज भी कहा जाता है। ताजमहल की तरह इस स्मारक में लाल पत्थरों की भव्य इमारत के बीच संगमरमर की चमकती हुई मुख्य इमारत है, जो लोगों को सुकून देती है। ये भी युमना किनारे स्थित है। यहां की हरियाली लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती नजर आती है।
ये स्पॉट भी देते हैं खुशी
इसके अलावा रामबाग, फतेहपुर सीकरी, मरियम टॉम्ब अन्य ऐसे स्मारक हैं, जहां खुशी की तलाश में देशी ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटक भी आते हैं। बता दें कि यूनाइटेड नेशन द्वारा 20 मार्च 2012 को इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे मनाते हैं। इस दिन की शुरुआत आसपास की चीजों में मिलने वाली खुशियों को सेलिब्रेट करना था। आपको बताई गए ये सभी स्थान ऐसे हैं, जहां आने से लोगों को खुशियां मिलती हैं।
इसके अलावा रामबाग, फतेहपुर सीकरी, मरियम टॉम्ब अन्य ऐसे स्मारक हैं, जहां खुशी की तलाश में देशी ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटक भी आते हैं। बता दें कि यूनाइटेड नेशन द्वारा 20 मार्च 2012 को इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे मनाते हैं। इस दिन की शुरुआत आसपास की चीजों में मिलने वाली खुशियों को सेलिब्रेट करना था। आपको बताई गए ये सभी स्थान ऐसे हैं, जहां आने से लोगों को खुशियां मिलती हैं।