विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत से होती है बिजली चोरी
गांव बजरिया के लोगों का कहना है कि कुछ ग्रामीण खुलेआम बिजली की चोरी करते हैं। ज्यादातर लोग शाम को अपना कटिया बिजली की लाइन पर डालते हैं और सुबह को उतार देते हैं। वहीं कुछ लोग पूरे समय अपना कटिया पड़ा रहने देते हैं। बिजली चोरी करने में ग्रामीणों की मदद विभाग में दलाली का काम करने वाले लोग करते हैं। अथवा विभाग के ही कुछ लोगों की मिलीभगत रहती है। एेसे में अधिकारियों की इसकी जानकारी भी कम ही हो पाती है।
गांव बजरिया के लोगों का कहना है कि कुछ ग्रामीण खुलेआम बिजली की चोरी करते हैं। ज्यादातर लोग शाम को अपना कटिया बिजली की लाइन पर डालते हैं और सुबह को उतार देते हैं। वहीं कुछ लोग पूरे समय अपना कटिया पड़ा रहने देते हैं। बिजली चोरी करने में ग्रामीणों की मदद विभाग में दलाली का काम करने वाले लोग करते हैं। अथवा विभाग के ही कुछ लोगों की मिलीभगत रहती है। एेसे में अधिकारियों की इसकी जानकारी भी कम ही हो पाती है।
छापेमार कार्रवाई करने से डरते हैं अधिकारी
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी की शिकायत पर विभाग के अधिकारी भी कार्रवाई करने से डरते हैं। कारण साफ है कि आए दिन बिजली विभाग की टीम पर ग्रामीण हमला कर चुके हैं। जब भी टीमें गांव में कार्रवाई के नाम पर केबिल काटती हैं या पुलिस किसी की गिरफ्तारी करती है तो ग्रामीण उन पर हमला कर देते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी की शिकायत पर विभाग के अधिकारी भी कार्रवाई करने से डरते हैं। कारण साफ है कि आए दिन बिजली विभाग की टीम पर ग्रामीण हमला कर चुके हैं। जब भी टीमें गांव में कार्रवाई के नाम पर केबिल काटती हैं या पुलिस किसी की गिरफ्तारी करती है तो ग्रामीण उन पर हमला कर देते हैं।
आंधी ने उड़ा रखी है तमाम गांवों की बिजली
आए दिन आने वाली आंधी अथवा तेज हवा के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गुल हो जाती है। लाइनें जर्जर होने और विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण यह समस्या आम हो गई है। बीते मंगलवार और बुधवार को आई आंधी से बाह, पिनाहट, जरार, भदरौली, जैतपुर समेत तमाम असपास के गांवों की बिजली गुल है। अक्सर बिजली गुल रहने ले ग्रामीणों के सामने पेयजल का संकट बना रहता है।
आए दिन आने वाली आंधी अथवा तेज हवा के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गुल हो जाती है। लाइनें जर्जर होने और विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण यह समस्या आम हो गई है। बीते मंगलवार और बुधवार को आई आंधी से बाह, पिनाहट, जरार, भदरौली, जैतपुर समेत तमाम असपास के गांवों की बिजली गुल है। अक्सर बिजली गुल रहने ले ग्रामीणों के सामने पेयजल का संकट बना रहता है।