238 लोकरक्षकों का दीक्षान्त समारोह
गुजरात की शांति व सुरक्षा में एसआरपीएफ का महत्वपूर्ण योगदान : विकास सहाय
गौरवपूर्ण परम्परा बनाए रखने व निष्ठा से जिम्मेदारी निभाने की अपील
जूनागढ़ में प्रशिक्षण पूर्ण होने पर
238 लोकरक्षकों का दीक्षान्त समारोह
जूनागढ़. जिले में चोकी (सोरठ) स्थित राज्य आरक्षी पुलिस बल (एसआरपीएफ) परिसर में एसआरपीएफ लोकरक्षक बैच नंबर 105 का प्रशिक्षण पूर्ण होने पर 238 लोकरक्षकों का दीक्षान्त समारोह राज्य आरक्षी पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र में बुधवार को आयोजित हुआ।
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने दीक्षान्त परेड का निरीक्षण करने के बाद कहा कि गुजरात राज्य की शांति व सुरक्षा में एसआरपीएफ का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त लोकरक्षकों से एसआरपीएफ की गौरवपूर्ण परम्परा को बनाए रखने और देश, राज्य, समाज व परिवार के प्रति पूरी निष्ठा से जिम्मेदारी निभाने की अपील की।
उन्होंंने दीक्षान्त परेड को उच्च कोटि का प्रदर्शन बताते हुए प्रशिक्षण केन्द्र के प्रभारी प्राचार्य, अधिकारियों व प्रशिक्षण प्राप्त लोकरक्षकों की सराहना की। प्रशिक्षण केन्द्र के प्रभारी प्राचार्य व पुलिस महानिरीक्षक एम.एम. अनारवाला ने 238 लोकरक्षकों को संविधान के प्रति श्रद्धा, निष्ठा, कर्तव्य के पालन, निष्पक्षता व इमानदारी से फर्ज निभाने की शपथ दिलाई।
क्राइम के बदलते प्रकार के दौर में अपडेट रहकर आगे बढऩा जरूरी
अनारवाला ने कहा कि 9 महीने की सख्त मेहनत व प्रशिक्षण के बाद देश की व राज्य की लोक सेवा के लिए प्रशिक्षणार्थी तैयार हैं। हाल में क्राइम के प्रकार बदल रहे हैं, साइबर क्राइम, डिजिटल क्राइम आदि के साथ प्रशिक्षणार्थियों को भी नवीनतम तकनीक के साथ कदम मिलाकर अपडेट रहकर आगे बढऩा जरूरी है। उन्होंने कानून-व्यवस्था, बंदोबस्त, कीमती संसाधनों की सुरक्षा सहित सभी जिम्मेदारियों को निष्ठापूर्वक निभाने की अपील की।
प्रशिक्षण के दौरान इनडोर, आउटडोर, फायरिंग, एथलेटिक, परेड कमांडर, बेस्ट कैडेट को पुरस्कार प्रदान किए गए। जूनागढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुभाष त्रिवेदी, जिला पुलिस अधीक्षक सौरभ सिंह, उपाधीक्षक शिवराज गोहिल, उप सूचना निदेशक राजु जानी आदि मौजूद थे। एम. सोलंकी ने आभार जताया, ए.जे. निमावत व आर.एन. रबारी ने संचालन किया।