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अहमदाबाद

२६० करोड़ की ठगी प्रकरण: आरोपी भार्गवी शाह छह दिनों के रिमाण्ड पर

-सीआईडी क्राइम ने आरोपी से पूछताछ के लिए 14 दिनों के रिमाण्ड की मांग की

अहमदाबादDec 07, 2018 / 11:07 pm

Uday Kumar Patel

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२६० करोड़ की ठगी प्रकरण: आरोपी भार्गवी शाह छह दिनों के रिमाण्ड पर


अहमदाबाद. ग्राम्य अदालत ने २६० करोड़ रुपए की ठगी करने के मामले में गिरफ्तार आरोपी भार्गवी शाह को छह दिनों के रिमाण्ड पर सीआईडी क्राइम को सौंपा। भार्गवी इस मामले में मुख्य सूत्रधार व फरार आरोपी विनय शाह की पत्नी है। भार्गवी ने गुरुवार को सीआईडी क्राइम के समक्ष समर्पण किया था। जांच एजेंसी ने शुक्रवार को आरोपी को ग्राम्य अदालत में पेश किया। सीआईडी क्राइम ने आरोपी से पूछताछ के लिए 14 दिनों के रिमाण्ड की मांग की।
इस मामले में ई-मेल पर ऑनलाइन विज्ञापन देखकर निवेश की हुई राशि को दो गुना करने का झांसा देकर कई लोगों से 260 करोड़ रुपए की ठगी की गई। भार्गवी आर्चर डीजी केयर व अन्य कंपनियों में विनय शाह की बराबरी की हिस्सेदार थी।
रिमाण्ड में यह कहा गया कि आरोपी पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही है और बातें छिपा रही है। आरोपी के पति के बारे में जानकारी नहीं दे रही है। इस प्रकरण से कमाई गई राशि का कहां-कहां पर निवेश किया गया है। कंपनी के लैपटॉप स्कीम के तहत रकम जमा कराने वालों को 175 लैपटॉप दिए। इन लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है। रकम जमा कराने वालों को विदेश के दौरे पर ले गए। स्कीम के तहत अहमदाबाद के कई होटलों में पार्टियों का आयोजन किया गया। पार्टी के बारे में जानकारी प्राप्त करनी जरूरी है।
जीएमडीसी कन्वेंशन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में आरोपी उपस्थित था। इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है। आरोपी दंपत्ति की ओर से एक अन्य कंपनी शुरु की गई जिसके तहत गैरकानूनी रूप से शेयर जारी करने और कई लोगों के शिकार बनने का सबूत मिला है। इस बारे में सघन पूछताछ करनी है।
डीजी लोकल कंपनी के 300 से ज्यादा शिकार बनने वाले 2 करोड़ से ज्यादा रकम वसूली को लेकर बैठक में आरोपी की उपस्थित थी। कंपनी में लोगों के साथ विश्वासघात करने में कौन-कौन मुख्य लोग थे, इसकी जांच करनी है।
कई मूक बधिर भी बने शिकार

इस मामले में स्वप्निल राजपूत की आर्चरकेर कंपनी में भागीदारी के संबंध में जांच करनी है। राजपूत के साथ एक करोड़ रुपए की लेन-देन की गई है जिसकी जांच करनी है। इस अपराध में मजदूरी करने वाले बड़ी संख्या में मूक-बधिर लोग भी शिकार बने हैं।
हाल ही में मल्टी लेवल मार्केटिंग करने वाली गैरकानूनी कंपनियों में प्राय: निर्दोष व भोले लोग शिकार बन जाते हैं। इसलिए इस अपराध के आरोपियों के खिलाफ ज्यादा कड़ा रवैया अपनाने की जरूरत है। आरोपी ने जीपीआईडी एक्ट व द प्राइज चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन बैनिंग एक्ट के तहत गंभीर प्रकार के अपराध किए हैं।
दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद ग्राम्य अदालत ने आरोपी भार्गवी शाह को 12 दिसम्बर तक रिमाण्ड पर भेजा।
इस मामले में सीआईडी क्राइम की ओर से अब तक ५८८ लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हंै। भार्गवी शाह के नाम के छह बैंक खातों से साढ़े आठ लाख रुपए की नकदी मिली है। ज्ञात हो कि इस मामले के मुख्य आरोपी विनय शाह की कुछ दिनों पहले ही नेपाल पुलिस की ओर से नेपाल में गिरफ्तारी की जा चुकी है।
इस मामले में अहमदाबाद के वस्त्रापुर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में शाह दंपत्ति के अलावा दानसिंह वाळा और अन्य आरोपी शामिल हैं।
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