अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचने पर विद्यार्थियों का ेहेल्थ चेक अप (Health check up) किया गया।विद्यार्थियों को कोई दिक्कत नहीं हो इसके लिए वॉल्वो बस की सुविधा की गई थी। उनके रहने और खाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई। राज्य सरकार ने उनके लिए पसंदीदा होटलों की भी व्यवस्था की। इन विद्यार्थी मार्गदर्शिका के मुताबिक क्वारंटाइन किया जाएगा। क्वारंटाइन पूर्ण होने के बाद वे अपने घर जा सकेंगे।
विदेश से लौटे एक छात्र ने कहा कि हमारी वहां देखभाल नहीं हो पा रही थी। यहां पर लौटने पर बेहतर उपचार और देखभाल मिलेगी। वहीं वडोदरा के रहने वाले कुत्बुद्दीन वीरपुर वाला कहते हैं कि भारतीय दूतावास काफी मदद की। मैं हृदय रोग की मरीज हूं। इससे मुझे प्राथमिकता दी है। इसके लिए मैं सरकार की आभारी हूं।
एक अन्य यात्री मोनाकुमारी कला कहती है कि मैं गर्भवती हूं। मुझे भले ही क्वारंटाइन होना पड़े, लेकिन मेरे लिए यह भी बेहतर होगा। एक अन्य विद्यार्थी ने कहा कि वहां मेरी जॉब छूट गई थी। पैसे नहीं बचे थे। हमारी सरकार ने दरकार कर सचमुच में बेहतर कार्य किया है। अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचने पर यात्रियों के चेहरों पर खुशी नजर आ रही थी।
आमतौर पर एयरपोर्ट पर विदेश आने वालों के स्वागत में परिजनों उमड़ते हैं, लेकिन गुरुवार को अहमदाबाद एयरपोर्ट एकदम शांत माहौलनजर आया। सोशल डिस्टेसिंग के बीच कुवैत और लंदन से विद्यार्थियों को विशेष व्यवस्था कर गुजरात सरकार लाई है। बाद में इन विद्यार्थियों को अलग-अलग जिलों के लिए रवाना किया गया।