Gujarat News: नूतन वर्ष के दिन 13 फीसदी इमरजेंसी बढऩे की आशंका
आम दिनों की तुलना में आग संबंधित इमरजेंसी में 283 ३ फीसदी की वृद्धि का अनुमान
Gujarat News: नूतन वर्ष के दिन 13 फीसदी इमरजेंसी बढऩे की आशंका
अहमदाबाद. दीपावली के इर्द-गिर्द दिनों में जिस तरह से इमरजेंसी के मामले सामने आते हैं उसके अधार पर इस वर्ष दीपावली के एक दिन बाद अर्थात नूतन वर्ष के दिन (२८ अक्टूबर) को १३ फीसदी अधिक मामले सामने आने की आशंका है। दीपावली के दिन आधा फीसदी तक वृद्धि संभव है जबकि भाई दूज के दिन ११ फीसदी इमरजेंसी बढऩे का अनुमान है।
जीवीके ईएमआरआई १०८ एम्बुलेंस के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो गुजरात में इस वर्ष आमदिनों में औसतन ३९८२ इमरजेंसी सामने आ रही हैं। इससे पहले वर्ष २०१८ में औसतन ३४०९, वर्ष २०१७ में ३३५० और २०१६ में ३१९१ इमरजेंसी मामलों का औसत रहा है।
गुजरात १०८ एम्बुलेंस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) जशवंत प्रजापति ने बताया कि पिछले तीन वर्षों के आंकड़ों के आधार पर देखा जाए तो इस वर्ष नूतन वर्ष के दिन सबसे अधिक इमरजेंसी हो सकती हैं। आमदिनों की ३९८२ औसत इमरजेंसी की तुलना में दीपावली के दिन ४००० (०.४५ फीसदी अधिक), नूतन वर्ष के दिन ४५०० (१३ फीसदी अधिक) और भाई दूज के दिन ४४१८ (११ फीसदी अधिक) इमरजेंसी हो सकती हैं। यदि अलग अलग श्रेणियों की इमरजेंसी को देखा जाए तो सबसे फायर, हमला और वाहन दुर्घटना की ज्यादा हैं। आमदिनों में फायर संबंधित इमरजेंसी की औसत संख्या छह है। यह दीपावली के दिन २० और न्यू इयर के दिन २३ तक पहुंच सकती है। हमले संबंधित इमरजेंसी की औसत संख्या ६८ है जिसकी तुलना में दीपावली को १६८, नूतन वर्ष को १७७ तक पहुंच सकती है। प्रजापति के अनुसार वाहन हादसों की संख्या में न्यू इयर के दिन १५६ फीसदी की वृद्धि संभव है।
अहमदाबाद शहर में सात फीसदी तक बढऩे का अनुमान
राज्य में भले ही नूतन वर्ष के दिन १३ फीसदी इमरजेंसी बढऩे की आशंका जताई गई हो लेकिन राज्य के सबसे बड़े अहमदाबाद शहर में यह संख्या आधी के करीब अर्थात सात फीसदी तक हो सकती है। शहर में भाई दूज के दिन नौ फीसदी तक इमरजेंसी बढ़ सकती हैं। प्रदश में सबसे अधिक पोरबंदर में भाई दूज के दिन ५७ फीसदी इमरजेंसी बढ़ सकती हैं। राज्य में १०८ की ५८७ अत्याधुनिक एम्बुलेंस हैं। सीओओ प्रजापति ने इमरजेंसी में १०८ को कॉल करने का अनुरोध किया है।
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