इस अवसर पर शिक्षा मंत्री वाघेला ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह महोत्सव मनाया जा रहा है। पहले सामान्य आदमी को बैंकों तक पहुंचने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी, लेकिन अब बैंक आसानी से ऋण देते हैं। इसके कारण कृषि, उद्योग समेत सभी क्षेत्रों में तेजी से प्रगति हो रही है।
उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप, मेक इन इंडिया के जरिए युवकों और उद्यमियों-व्यापारियों को नई ताकत मिली है। सभी लोग बैंकों के साथ अच्छा संबंध रखकर ऋण का समय पर किश्त जमा करते हैं। इसके कारण बैंकों और ग्राहकों के बीच विश्वास का अटूट सेतु बना है।
राज्यसभा सांसद परबत पटेल ने कहा कि सरकार की लोककल्याणकारी नीतियों के कारण लोग बैंकों से सरलता से लोन लेकर प्रगति कर सकते हैं। इस अवसर पर बैंक ऑफ बडौदा के कार्यकारी निदेशक और एसएलबीसी गुजरात के चेयरमैन विक्रमादित्य सिंह खिची, बैंक ऑफ बडौदा के महाप्रबंधक महेश बंसल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर अमृतेष मोहन, कैलाश गेलात, कुलसिंह मीना, राकेश चलावरिया, बनास डेयरी के महाप्रबंधक प्रफुल भानवाडिया समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।