सीए फाइनल में देश में 12वीं रैंक पाने वाले आनंद शाह का कहना है कि देश में टॉप-५० रैंकर में स्थान पाने के लिए कोचिंग की कोई जरूरत नहीं है। गुजराती माध्यम का विद्यार्थी होते हुए भी वह रैंकर बने हैं। पिता हितेशभाई प्लायवुड का व्यापार करते हैं। सात महीने आठ घंटे नियमित पढ़ाई की। आईपीसीसी में भी देश में 16वीं रैंक आई थी।