मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के मार्गदर्शन में हाल ही में पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक एवं अहमदाबाद के मंडल रेल प्रबंधक तथा पर्यटन विभाग, भूमि सुधार विभाग के सचिव ने मुख्य सचिव पंकज कुमार के समक्ष प्रोजेक्ट के कार्ययोजना के रोडमैप को लेकर मुलाक़ात की। अधिकारियों ने इस प्रोजेक्ट को गति देने संबंधी रणनीतिक विषयों पर विचार-विमर्श किया।
इस प्रोजेक्ट को आगामी पांच वर्षों में पूरा किया जाएगा। जहां 6 रिवर क्रॉंसिंग वाली तारंगा हिल -आबू रोड तक की 116 किलोमीटर लम्बी रेलवे लाइन का कार्य चार चरणों में पूर्ण किया जाएगा। यह 60 गांवों से गुजरेगी। इस रेलवे लाइन के निर्माण से गुजरात के तीन जिलों के 104 गांवों को लाभ होगा। तारंगा हिल्स रेलवे स्टेशन में भी जैन आर्किटक्चर के आधार पर कायापलट का कार्य किया जाएगा।
गुजरात में 11 और राजस्थान में बनेंगे 4 स्टेशन
यह रेल लाइन गुजरात के मेहसाणा, बनासकांठा व साबरकांठा जिलों तथा राजस्थान के सिरोही जिले से गुजऱेगी। रेलवे की ओर से इसके लिए 15 स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें वर्तमान में कार्यरत वरेठा, न्यू तारंगा हिल, सतलासणा, मुमनवास, महुडी, दालपुरा, रूपपुरा, हडद, आंबा महुडा, पेटा छपरा, अंबाजी, पारली छपरी, सियावा कुई तथा आबू रोड शामिल हैं। इसमें कई हॉल्ट स्टेशन हैं।