मालतीबेन ने बताया कि कोविड अस्पताल में जब उन्हें भर्ती करवाया गया था तब लगा था आगामी 20 से 25 दिनों में इस संक्रमण से मुक्त होकर घर चली जाएंगी। लेकिन अस्पताल के चिकित्सक और अन्य टीम के परिश्रम की बदौलत उन्होंने चार दिन में ही कोरोना से जंग जीत ली । इन चार दिनों वे घर जाने में सक्षम हैं। वे बताती हैं कि सरकारी अस्पताल होने के बावजूद यहां सभी अच्छी सुविधाएं हैं। साथ ही अस्ताल की टीम मरीजों के लिए पूरी तरह से निष्ठा से काम कर रही है। आयुर्वेदिक चिकित्सक ने कहा कि वार्ड में कुछ मरीज ऐसे भी हैं जो अपने ऑक्सीजन मास्क को स्वेच्छा से हटाते और लगा लेते हैं। ऐसे मरीजों के लिए उन्होंने कहा यह खतरनाक भी हो सकता है क्योंकि शरीर में आक्सीजन की कमी को पूरा करने लिए ऑक्सीजन जरूरी है।
मालतीबेन के दृढ मनोबल से अन्य मरीजों को प्रेरणा मिलती है। सकारात्मक विचार का असर उपचार पर होता है जिससे मरीजों की स्थिति में तेजी से सुधार होता है।
डॉ. जेवी. मोदी चिकित्सा अधीक्षक सिविल अस्पताल