अहमदाबाद. इंडियन सोसायटी फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (आईएसटीई) की ओर से केरल में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में गुजरात टेक्नोलॉजीकल यूनिवर्सिटी (जीटीयू) को बेस्ट टेक्नोलॉजीकल अवॅार्ड से नवाजा गया। जीटीयू की ओर से चल रहे ग्राम विकास मॉडल योजना को देश भर में अपनाने पर बल दिया जाने लगा है। अधिवेशन के दौरान केन्द्रीय राज्यमंत्री (मानव संसाधन) सत्यपालसिंह कहा कि देशभर में इन्जीनियरिंग कॉलेजों को एक-एक गांव को विकास के लिए गोद लिया जाना चाहिए। इस तरह की गतिविधि गुजरात में पहले से ही चल रही है।
समारोह में आईएसटीई के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतापसिंह के. देसाई ने जीटीयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) नवीन शेठ को बेस्ट टेक्नोलॉजीकल अवॉर्ड से भी नवाजा। अधिवेशन को संबोधित करते हुए मंत्री सत्यपालसिंह ने कहा कि हरेक इन्जीनियरिंग कॉलेज यदि एक-एक गांव को विकास के लिए गोद ले तो इससे देश का विकास भी संभव है। समारोह में देशभर के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, विशेषज्ञ, ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन तथा विज्ञान और टेक्नोलॉजी विभाग के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जीटीयू के कुलपति डॉ. शेठ के अनुसार वर्ष २००७ में शुरू हुई जीटीयू अब देश के श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में शामिल है। जीटीयू ने हमेशा विद्यार्थियों के हित में
काम किया है। प्रगति के बल पर ही जीटीयू को यह अवॉर्ड प्रदान किया गया है।
जीटीयू का ग्राम विकास मॉडल
ग्राम विकास के उद्देश्य से जीटीयू ने ‘पांच सौ कॉलेज पांच सौ गांवÓ शीर्षक के अन्तर्गत ग्राम विकास मॉडल योजना बनाई। जीटीयू से जुड़े हरेक इन्जीनियरिंग कॉलेज ने एक-एक गांव को दत्तक लिया है। विद्यार्थियों ने गांवों में जाकर विश्वकर्मा योजना, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और पांच सौ कॉलेज और पांच सौ गांव योजना के तहत गांवों के विकास की गतिविधियां शुरू की। इन्जीनियरिंग के करीब छह हजार विद्यार्थियों ने १०७ गांवों में एक ही सप्ताह में लगभग नौ हजार शौचालयों का निर्माण करवाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी भी विद्यार्थियों के कामकाज की सराहना कर चुके हैं।
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