गुजरात के 1600 किलोमीटर लम्बे समय समुद्री किनारा वाला गुजरात पोर्ट कार्गो क्षेत्र में गौरवपूर्ण स्थान हासिल करेगा। प्रथण चरण में 1300 करोड़ रुपए पूंजी निवेश किया जाएगा। सीएनजी टर्मिनल प्रोजेक्ट में 1900 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश होगा। गुजरात के सबसे पहले ब्राउन फिल्ड पोर्ट प्रोजेक्ट के तौर पर भावनगर में यह सीएनजी टर्मिनल विकसित होगा। इस टर्मिनल की क्षमता सालाना 15 लाख टन होगी। प्रति वर्ष 45 लाख टन क्षमता के लिक्विड कार्गो टर्मिनल, कन्टेनर एवं व्हाइट कार्गो टर्मिनल और रो-रो टर्मिनल विकसित करने का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। भावनगर पोर्ट विकसित करने में चेनल और पोर्ट बेजिन में ड्रेजिंग, दो लोक गेट्स का निर्माण होगा। किनारे पर सीएनजी ट्रांसपोर्टेशन के लिए बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
सीएनजी टर्मिनल के कार्यान्वितन होने पर भावनगर पोर्ट की वार्षिक कार्गो क्षमता 9 मिलियन मीट्रिक टन होगी। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की दूरदर्शिता और नेतृत्व में एलएनजी और सीएनजी टर्मिनल बनाने वाला गुजरात को देश के एकमात्र राज्य का गौरव मिलेगा। राज्य में दहेज और हजीरा में एनएलजी टर्मिनल के बाद विश्व का पहला सीएनजी टर्मिनल भावनगर में होने से दुनिया के समुद्री किनारे के नक्शे पर गुजरात का दबदबा होगा। मुख्यमंत्री रुपाणी ने जामनगर के सचाणा पोर्ट को फिर से प्रारंभ करने की मंजूरी देने के बाद अब विश्व के सबसे पहले सीएनजी टर्मिनल को भावनगर में बनाने की मंजूरी दी है। सौराष्ट्र के समुद्री किनारे पर प्राचीन धरोहरों को अत्याधुनिक बंदरगाह विकसित फिर से गति दी जाएगी। सीएनजी टर्मिनल प्रोजेक्ट से भावनगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में युवाओं के लिए लोजिस्टिक्स ट्रांसपोर्टेशन और वेयर हाउसिंग क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर विकसित होंगे।