ट्रेन को इस क्षेत्र के लोगों के लिए बहुत उपयोगी बताते हुए चालू न करने पर आगामी दिनों में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस धरने में आसपास के गांव के लोग भी पहुंचे थे। कोविड की गाइड लाइन का पालन करते हुए लोगों ने ट्रेन को बंद करने का विरोध किया। इस दौरान पुलिस का बंदोबस्त था। लोगों ने ट्रेन चालू करो, जब तक ट्रेन नहीं तब तक चैन नहीं, ट्रेन डांग में व्यापार की पूंजी है, जैसे नारे लिखी तख्तीयां थाम रखी थी। इस दौरान लोगों ने आदिवासी समाज के साथ अन्याय बंद करने का नारा भी लगाया। वांसदा विधायक अनंत पटेल ने कहा कि पूरे गुजरात में 11 नैरोगेज ट्रेन आदिवासियों के उत्थान के लिए शुरू की गई थी, लेकिन आदिवासी विरोधी सरकार ने उनके साथ अन्याय किया है और बिलीमोरा से वघई तक जाने वाली एक मात्र ट्रेन को भी बंद करने की घोषणा कर दी। ट्रेन को चालू न करने पर आगामी दिनों में अलग-अलग जगहों पर आंदोलन की घोषणा की गई।
दूसरी तरफ इस मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा सांसद केसी पटेल ने कांग्रेस पर आदिवासी समाज को गुमराह करने का आरोप लगाया है। वलसाड डांग सांसद डॉ. केसी पटेल ने कहा कि कोरोना को लेकर ट्रेन बंद है। उन्होंने कहा है कि रेलवे बोर्ड व मंत्रालय से बात करने पर बताया गया कि यह ट्रेन जल्दी शुरू होगी। इस ट्रेन को हेरीटेज ट्रैक में शामिल किया गया है इसलिए इसे बंद नहीं किया जाएगा। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुद्दाविहीन है और सिर्फ राजनीति के लिए लोगों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि 18 दिसंबर को रेलवे की टीम आकर सर्वे भी करेगी।