scriptGujarat Hindi News : घायल पक्षियों के लिए बनाया जाएगा उपचार केंद्र, इलाज के लिए प्रशासन मुस्तैद | Bird, kite festival | Patrika News

Gujarat Hindi News : घायल पक्षियों के लिए बनाया जाएगा उपचार केंद्र, इलाज के लिए प्रशासन मुस्तैद

locationअहमदाबादPublished: Jan 09, 2022 11:10:01 am

Submitted by:

Binod Pandey

घायल पक्षियों का उपचार पशुपालन विभाग की ओर से पशु पॉलीक्लिनिक, पशु चिकित्सा औषधालय, चल पशु औषधालय से किया जाएगा। चाइनीज डोरी, नायलॉन और सिंथेटिक की डोरी पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है।

Gujarat Hindi News : घायल पक्षियों के लिए बनाया जाएगा उपचार केंद्र, इलाज के लिए प्रशासन मुस्तैद

Gujarat Hindi News : घायल पक्षियों के लिए बनाया जाएगा उपचार केंद्र, इलाज के लिए प्रशासन मुस्तैद

पाटण. गुजरात में उत्तरायण पर्व के दौरान बड़ी संख्या में पक्षी पतंग की डोर से घायल हो जाते हैं। इन पक्षियों की सुरक्षा एवं समय पर इलाज संभव हो सके। इसको लेकर वन विभाग की ओर से अपर कलक्टर की अध्यक्षता में करुणा अभियान की बैठक की गई। बैठक में वन विभाग की ओर से निर्णय किया गया कि घायल पक्षियों के लिए उपचार केंद्र बनाया जाएगा। 10 जनवरी से 20 जनवरी के दौरान सुबह सात से शाम को 6 बजे तक कर्मचारी कार्यरत रहेंगे। घायल पक्षियों का उपचार पशुपालन विभाग की ओर से पशु पॉलीक्लिनिक, पशु चिकित्सा औषधालय, चल पशु औषधालय से किया जाएगा। चाइनीज डोरी, नायलॉन और सिंथेटिक की डोरी पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। इस बैठक में पाटण वन विभाग के उप वन संरक्षक,पशुपालन विभाग के उपनिदेशक, उप पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।

दाहोद जिले में कल से चलाया जाएगा करुणा अभियान : डीडीओ
दाहोद. दाहोद जिले में आगामी 10 जनवरी से 20 जनवरी तक करुणा अभियान चलाया जाएगा। मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने के दौरान डोर की चपेट में आने की वजह से घायल पक्षियों का बचाव किया जाएगा। घायल पक्षियों की जानकारी देने के लिए प्रशासन विशेष हेल्पलाइन शुरू करेगा।
जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) तेजस परमार ने बताया कि घायल पक्षियों को समय से अस्पताल पहुंचाने के लिए वन विभाग की ओर से 10 टीमें बनाई गई है। डीडीओ ने इस संबंध में जिला सेवा सदन में अधिकारियों के साथ बैठक की। परमार के अनुसार उत्तरायण पर्व के दौरान चाइनीज डोर और तुक्कल के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर प्रशासन कार्रवाई करेगा। सुबह से शाम तक पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। दिन के समय लोग अपने अपने कामों के लिए विभिन्न स्थानों पर जाते हैं। इस दौरान गले में डोर फंसने की वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। दिन में पक्षी भी आसमान में उड़ते रहते हैं। बैठक में वन विभाग के अधिकारी भी शामिल थे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो