गुजरात सरकार ने इस निर्णय की घोषणा करते कहा कि जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए अब किसी भी परिजन को कतार में नहीं खड़े रहना पड़ेगा। शीघ्र ही ऑनलाइन सिस्टम से जन्म या मृत्यु प्रमाणपत्र डाउनलोड किए जा सकेंगे। इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आवेदन करने वाले के मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए इस संबंध में लिंक भेजी जाएगी। इस लिंक के जरिए जन्म या मृत्यु प्रमाणपत्र डाउनलोड किया जा सकेगा।
मौजूदा समय में महानगरों एवं नगरपालिकाओं में आमजन को प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए लम्बी कतार में खड़े रहना पड़ता है। ऐसा होने से आमजन को कोरोना संक्रमण होने का खतरा भी बना रहती है, लेकिन कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए महानगरपालिका के जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र का पंजीकरण कराने वाली खिड़की को बंद किया जाएगा। इसके चलते अब ये प्रमाणपत्र रूबरू में नहीं दिए जाएंगे। हालांकि राज्य सरकार ने अस्थायी तौर पर यह सिस्टम बंद किया है।
आमतौर पर जन्म-मृत्यु होने के 21 दिनों के भीतर अनिवार्य तौर पर पंजीकरण कराना जरूरी होती है, लेकिन कोरोना महामारी के चलते परिजनों को पंजीकरण कराने में कुछ राहत मिली। इसके मद्देनजर जन्म-मृत्यु की घटनाओं में जिनमें 22 दिनों से ज्यादा लेकिन 365 दिन हो गए हैं ऐसे में भी पंजीकरण के लिए शपथपत्र कराने से राहत जाती जाएगी। साथ ही विलंबित पंजीकरण शुल्क भी आमजन को छूट देने का राज्य सरकार ने निर्णय किया है।