सीबीएसई की ओर से मान्यता रद्द करने की वजह का भी खुलासा किया है। इसमें कहा गया है कि स्कूल की ओर से मान्यता प्राप्त करने के लिए बोर्ड में जो गुजरात सरकार के शिक्षा विभाग (जीएसईबी) का अनापत्ति प्रमाण-पत्र (NOC) पेश किया गया था, वह जांच में गलत पाया गया है। गुजरात के स्कूली शिक्षा निदेशालय का कहना है कि ऐसा कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र स्कूल को जारी नहीं किया गया है। इसके अलावा स्कूल की जमीन को लेकर भी सवाल हैं। ऐसे में स्कूल की ओर से गलत दस्तावेज पेश करके मान्यता प्राप्त की गई है। जिससे स्कूल की मान्यता को रद्द किया जाता है।
आश्रम हो रहा खाली यह स्कूल एक आश्रम को लीज पर जमीन देने के बाद से ही विवाद में आया था। यह पूरा विवाद आश्रम में रहने वाले बच्चों से बाल मजदूरी कराने, उनसे मारपीट करने और बच्चों को जबरन बंधक बनाकर अन्य जगह ले जाकर रखने के बालकों के परिजन की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच के दौरान सामने आया था। उधर, स्कूल प्रशासन ने भी उस आश्रम को खाली करने का नोटिस दिया था। इसके बाद सोमवार से ही आश्रम में रहने अनुयायियों ने भी उसे खाली करना शुरू कर दिया है। इस दौरान आश्रम पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनी हुई है। निजी बसों में अनुयायी अपना सामान समेट कर बैंगलुरू जा रहे हैं। उधर, आश्रम में रहने वाले कई बच्चों को उनके अभिभावक ले गए।