पकड़े गए इन आरोपियों में मनोज कुमार पटेल, वृशभ मकवाणा, विजयकुमार राम शामिल हैं। इसमें नवसारी निवासी मनोज ठगी मामले के लिए बनाई गई फर्जी कंपनियों में से एक का प्रोपराइटर है। अहमदाबाद जीवराज पार्क निवासी वृशभ ने इन कंपनियों को रजिस्टर कराया और गुमास्ताधारा लाइसेंस दिलाने, बैंक में एकाउंट खुलवाने में मदद की थी। दिल्ली निवासी विजय राम टी के कलर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का पार्टनर है।दिसंबर 2023 में सीआईडी क्राइम के साइबर सेल ने 1175 लोगों के साथ 3.50 करोड़ की ठगी का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को पकड़ा था। इनमें दिलीपभाई बाजीगर (पैंथर ट्रेडिंग का पार्टनर), दामजी चौहान (पैंथर ट्रेडिंग का पार्टनर), जयेश घेलाणी (लोगों को लालच देकर खाते खुलवाने वाला एजेंट), हितेश चौहान (फर्जी खाते का उपयोग करने के लिए देने वाला), रमेश महेश्वरी (पैंथर ट्रेडिंग कंपनी कार्यालय में बैंक का तथा प्रशासनिक काम करने वाला) शामिल थे। अब तक इस मामले में कुछ 9 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। इस मामले में दो दिन पहले आरोप पत्र भी पेश किया जा चुका है।
पालनपुर निवासी युवक शिकायत करने पर मामला सामने आया था। उसने मई 2022 में प्ले स्टोर से यूरोपियन फुटबॉल टीम का स्कोर बताने वाली दानी-डाटा नाम की एप्लीकेशन डाउनलोड की थी। इसमें निवेश करने पर 0.75 प्रतिशत मुनाफे के साथ पैसे लौटो की गारंटी दी थी। जांच में पता चला था कि गुजरा के 1175 लोगों ने इसमें 3.50 करोड़ का निवेश किया है।
चीनी व्यक्ति की लिप्तता, 3 विरुद्ध लुकआउट नोटिस आरोप पत्र में वांछित बताए पांच में से तीन आरोपियों के विरुद्ध लुक आउट नोटिस जारी किया है। इस मामले चीन का रहने वाला वु-युआन्बो उर्फ चैम्बर एवं नयन शाह, लखन ठक्कर के नाम शामिल हैं। लीला भाटा, अंकित गोस्वामी वांछित हैं।
2300 करोड़ से ज्यादा के ट्रांजेक्शन जांच में सामने आया कि आरोपियों ने अलग-अलग फर्जी कंपनियां बनाईं थीं। उन कंपनियों के बैंकों में खाते खुलवाए। उसमें 2300 करोड़ रुपए से ज्यादा के बेनामी ट्रांजेक्शन का खुलासा हुआ है। ऐसे में इस मामले की रिपोर्ट एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) को सौंपी जाएगी।