उन्होंने शिक्षकों और अभिभावकों से दृष्टिकोण बदलने का अनुरोध करते कहा कि किसी भी देश के विकास का आधार शिक्षा है। इस आधारभूत शिक्षा की जिम्मेदारी शिक्षक पर है। राष्ट्र की प्रगति का आधार इनोवेशन है और इस नवाचार के लिए हमें प्राथमिक शिक्षा को मजबूत बनाना होगा। शिक्षक में निर्माण और प्रलय दोनों की ही ताकत है। राज्य के प्रत्येक बच्चे को शिक्षा मुहैया कराने का दृढ़ निश्चय है। नई शिक्षा नीति के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री को बधाई देते कहा कि नई शिक्षा नीति में व्यक्ति की प्रतिभा को उजागर करने की शक्ति है।
इस मौके पर शिक्षामंत्री भूपेन्द्रसिंह चुड़ास्मा ने शिक्षकों को बधाई देते कहा कि कोरोनाकाल में भी शिक्षकों ने बेहतर कार्य किया। स्कूलें बंद होने के बावजूद शैक्षणिक कार्य बरकरार रखा। गुजरात में शिक्षा गुणवत्ता में सुधार का उल्लेख करते उन्होंने कहा कि गुजरात को भारत में शिक्षण क्षेत्र के परफोर्मेन्स इंडेक्स ग्रेडिंग में ‘एÓ प्लस ग्रेड मिला है। यह गर्व की बात है। इस मौके पर शिक्षा राज्यमंत्री विभावरीबेन दवे, महापौर किरीट परमार, प्रधान सचिव एच.जे. हैदर, शिक्षा सचिव डॉ. विनोद राव, जिला कलक्टर संदीप सागले, जिला विकास अधिकारी अनिल धामेलिया समेत गणमान्य उपस्थित थे।