आयुष हेल्थ एंड वेलनेस-गोमतीपुर के मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजकुमार पांडे ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से सर्दी-खांसी के लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। ऐसे में खुद भी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा और संशमनी वटी ले रहे हैं। कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे के बाद ३०-३५ फीसदी मरीजों की संख्या बढ़ी है। वे बताते हैं कि सामाजिक और स्वैच्छिक संस्थाएं भी आयुर्वेदिक काढ़ा व संशमनी वटी की मांग कर रहे है। जो आमजन में इम्युनिटी के प्रति जागरुकता के लिए अपने-अपने इलाकों में इनका वितरण करते हैं।
नवरंगपुरा डाकघर के सीनियर पोस्ट मास्टर अल्पेश शाह ने बताया कि रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाने के लिए कर्मचारियों और उनके परिवारों को सरकारी आयुर्वेद अस्पताल के जरिए आयुर्वेद काढ़े का वितरण किया गया। काढ़ा तुलसी पत्र, दाल चीनी, सोंठ, काली मिर्च मिलाकर आयुष क्वाथ बनता है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है। ऐसे में यह काढ़ा इम्यूनिटी बूस्टर का काम करेगा।
सर्दी-जुकाम के मरीज बढ़े फेमिली फिजिशियन डॉ. अशोकसिंह ने कहा कि मौजूदा समय में बुखार, सर्दी और खांसी के मरीजों ज्यादा आते हैं। गले में खराश की भी शिकायत करते हैं। यदि तीन से चार दिनों में स्वस्थ नहीं होते तो कोरोना जांच कराने के लिए भेजा जाता है। वे बताते हैं कि अब लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरुक हो गए हैं। कोरोना के लक्षण नजर आते ही तुरंत जांच कराते हैं। रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाने के लिए इम्युनिटी बूस्टर उत्पादों का उपयोग करते हैं।