जानकारी के अनुसार राजकोट शहर में पीने की पानी की समस्या स्थाई बनने लगी है। गर्मी शुरू होने के साथ ही जलाशयों में पानी का तल दिखाई देने लगता है। इसके कारण कई क्षेत्रों में पानी को लेकर लोग त्राहिमाम करने लगते हैं। शहर में हाल नर्मदा, भादर, आजी और न्यारी-1 डैम से पानी की आपूर्ति की जाती है। इसकी वजह से प्रशासन ने नए जलाशय के लिए कवायद शुरू की है। आणंदपर-नवागाम-बामणबोर समेत कई क्षेत्रों में पानी का स्रोत नहीं है। इसकी वजह से प्रशासन टैंकरों के जरिए यहां पानी पहुंचाने को विवश है।
जानकारी के अनुसार राजकोट शहर में वर्षों से पानी की कमी एक स्थाई समस्या बन चुकी है। शहर में हाल आजी, न्यारी-1 और भादर डैम से पानी की आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा सौनी योजना पर मुख्य दारोमदार है। नर्मदा योजना का पानी शहर में आपूर्ति किया जाता है। हालांकि इसकी वजह से शहरवासियों को जल संकट का सामना नहीं करना पड़ता है। शहर के लिए स्थाई तौर पर पानी का नया स्रोत उपलब्ध कराने के लिए शहर के भावनगर रोड पर डेम का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन शीघ्र ही प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजने की तैयारी मेंजुट गया है।
बामणबोर के पास चेकडैम होगा बड़ा
शहर के अहमदाबाद रोड पर स्थित बामणबोर के समीप चेकडैम को बड़ा करने की योजना जिला प्रशासन ने बनाई है। कलक्टर अरुण महेशबाबू ने बताया कि चेकडैम के बड़ा होने पर इस क्षेत्र की पानी की समस्या का निराकण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हीरासर हवाईअड्डे के रन वे के बॉक्स कन्व्र्टर का पानी इस चेकडैम मेें ले जाने की योजना है। बॉक्स कन्वर्टर के नीचे का पानी का प्रवाह झालावाड की ओर होने से इस पानी को बामणबोर के पास चेकडैम के पास ले जाने से इसका उपयोग हो पाएगा। हीरासर हवाईअड्डे का रन-वे का अधिकांश काम पूरा हो गया है। वहीं अब बॉक्स कन्वर्टर का काम जोर पकड़ा है। इस काम के पूरा होने पर बॉक्स कन्वर्टर के नीचे का पानी को बामणबोर के समीप चेकडैम को बड़ा कर उसमें भरने की योजना है।